अयोध्या विवाद पर कोर्ट के फैसले पर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि इससे भव्य राम मंदिर बनने का मार्ग प्रशस्त हुआ है. उन्होंने कहा कि यह फैसला देश की एकता के लिए भी उत्प्रेरक का काम करेगा.
आमतौर पर आक्रामक भाषा का प्रयोग करने वाले नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोर्ट के फैसले को किसी की जय-पराजय के रूप में नहीं लेना चाहिए. उन्होंने उम्मीद व्यक्त की कि इससे भारत की आस्था व गौरवशाली परंपरा आगे बढ़ सकेगी. उन्होंने कहा कि सभी निश्चित रूप से प्रेम व सौहार्द को बरकरार रखेंगे.
गौरतलब है कि अयोध्या विवाद पर इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने सुन्नी वक्फ बोर्ड का दावा 2-1 से खारिज कर दिया. कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा कि विवादित स्थान से रामलला की मूर्ति हटाई नहीं जाएगी. मूर्ति पर किसी का अधिकार नहीं रहेगा और वह आमजन की होगी.
जजों ने माना कि विवादित जगह भगवान राम की जन्मभूमि है और वह जगह हिन्दुओं की दी जाएगी. कोर्ट ने तीनों पक्षों को बराबर-बराबर हिस्सेदारी देने की बात कही है. एक हिस्सा निर्मोही अखाड़े को, दूसरा मुसलमानों को और तीसरा हिस्सा हिंदुओं को देने की बात कही गई है.{mospagebreak}इस बीच सुन्नी वक्फ ने इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील करने का निर्णय किया है. बोर्ड का कहना है कि वह इस फैसले से पूरी तरह संतुष्ट नहीं है. वकीलों रविशंकर प्रसाद और के. एन. भट्ट ने दावा किया कि अयोध्या में विवादित स्थल पर तीन महीने तक यथास्थिति बहाल रखी जाएगी.