जीरो से हीरो का सफर तय करने वाले बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत महज 34 साल की उम्र में ऐसा झटका दे गए, जिसकी टीस उनके फैन्स में हमेशा रहेगी. मुंबई के माउंट ब्लैंक अपार्टमेंट्स से रविवार को जो खबर आई उस पर यकीन कर पाना मुश्किल था, लेकिन हकीकत यही है कि इस उभरते सितारे की अब सिर्फ यादें ही चमकेंगी.
हालांकि, मायानगरी की चकाचौंध वाली दुनिया के बीच सुशांत का बिहार प्रेम भी गहरा था, जब खुदकुशी की खबर आई तो पटना के राजीव नगर रोड स्थित उनके घर पर मातम पसर गया. घर के बाहर लोगों की भीड़ जुट गई. बिहार के डीपीपी खुद सुशांत के घर पहुंच गए. वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, LJP नेता चिराग पासवान ने इस घटना को हैरान करने वाला बताते हुए बिहार के लाल को खोने पर दुख जताया.
चर्चित फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत जी का असामयिक निधन दुःखद। वे बिहार के रहने वाले थे और अपने अभिनय की बदौलत फिल्म जगत में बड़ी पहचान बनाई थी। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें। #SushantSinghRajput https://t.co/qeTXsDTiQs
— Nitish Kumar (@NitishKumar) June 14, 2020
यकिन नहीं हो रहा की सुशांत अब हमारे बीच नहीं रहे।बेहद दुखी कर देने वाली खबर आयी है।सुशांत के परिवार व प्रशंसको को ईश्वर इस दुख को सहने के हिम्मत दे।सुशांत ने अपने अभिनय से बिहार का नाम पूरे देश में ऊँचा किया।मैं पूरे परिवार सहित उनके प्रति श्र्धांजलि अर्पित करता हूँ।#RIPSushant pic.twitter.com/IJsTCbaJpE
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@ichiragpaswan) June 14, 2020
दरअसल, बिहार की राजनीति से भी सुशांत सिंह राजपूत का एक खास कनेक्शन था. सुशांत सिंह राजपूत सुपौल के छातापुर से बीजेपी विधायक नीरज कुमार बबलू के चचेरे भाई थे. उनकी भाभी नूतन सिंह LJP से बिहार विधान परिषद की सदस्य हैं. पिछले साल मई में सुशांत सहरसा अपने भैया नीरज कुमार बबलू और भाभी LJP एमएलसी नूतन सिंह के घर पहुंचे थे.

सुशांत ने उनके घर को ही क्रिकेट का मैदान बना दिया था. सुशांत सहरसा की सड़कों पर बाइक लेकर भी निकल गए थे. सुशांत सिंह राजपूत का घर और ननिहाल दोनों बिहार में ही है. बीते साल सुशांत मुंडन कराने खगड़िया स्थित अपने ननिहाल आए थे. सुशांत सिंह राजपूत चौथम प्रखंड के बोरने गांव पहुंचे थे, जो उनका ननिहाल है.

सुशांत ने हरे रंग के कपड़े से बनाया फंदा, सुसाइड से पहले किसे किया आखिरी कॉल?
सुशांत से पहले चिराग बॉलीवुड पहुंचे
बिहार के लिए प्रतिभाशाली युवा सुशांत सिंह राजपूत ने एक अलग इमेज सेट कर दी थी. हालांकि उनसे पहले चिराग पासवान ने बॉलीवुड में किस्मत आजमाई थी, लेकिन एक मूवी के बाद ही वो बैकफुट पर आ गए थे और सियासी राह पकड़ ली. 2011 में आई फिल्म 'मिले ना मिले हम' से चिराग पासवान ने अपने फिल्मी करियर का आगाज किया था. इस फिल्म के लिए चिराग का नामांकन 'कल के सुपर स्टार' कैटेगरी में स्टारडस्ट अवॉर्ड के लिए हुआ. फिल्म चल नहीं पाई और चिराग पासवान के फिल्मी करियर का अंत भी इसी फिल्म के साथ हो गया था.
LIVE: सुशांत सिंह राजपूत के बांद्रा वाले घर उनकी बहन पहुंचीं
वहीं, 2013 में बॉलीवुड में एंट्री करने वाले सुशांत ने बहुत कम वक्त में अपनी अलग पहचान बना ली थी. सुशांत ने बिना गॉड फादर के बॉलीवुड के सीने पर अपने आत्मविश्वास भरे अभिनय का झंडा गाड़ दिया, लेकिन ये किसने सोचा था कि सुशांत जिंदगी को अधूरा छोड़ चुपके से मौत संग भाग जाएंगे.