टाटा समूह के चेयरमैन रतन टाटा का सपना एक ऐसी कार है, जो पानी से भी दौड़ सके. इस क्षेत्र में एक शोध एवं विकास फर्म बनाने के लिए टाटा ने डेढ़ करोड़ डालर का निवेश किया है.
एक प्रमुख वैज्ञानिक ने यह जानकारी दी है. प्रधानमंत्री की वैज्ञानिक सलाहकार परिषद के चेयरमैन सी एन आर राव ने कहा कि उनके नजदीकी मित्र और प्रतिष्ठित मैसाच्युसेट्स इंस्टिट्यूट आफ टेक्नोलाजी के प्रोफेसर ने पानी को सीधे हाइड्रोजन और ऑक्सिजन में विभाजित करने का तरीका ढूंढ लिया है.
प्रोफेसर राव ने कहा कि रतन टाटा ने इस प्रोफेसर को डेढ़ करोड़ डालर दिए हैं, जिससे जब वह कंपनी स्थापित करें तो, वह उसका स्वामित्व लिया जा सके. उन्होंने बताया कि टाटा ऐसी कंपनी में निवेश करना चाहते हैं जो पानी को सीधे हाइड्रोजन और ऑक्सिजन में बांट सके.
उन्होंने कहा कि जब पानी के किसी भी रूप को हाइड्रोजन और ऑक्सिजन में विभाजित किया जाए, तो उसका इस्तेमाल ईंधन के रूप में हो सकता है. प्रोफेसर राव ने हाल में टाटा के साथ हुई बातचीत का उल्लेख करते हुए कहा कि टाटा समूह के मुखिया का सपना एक ऐसी कार है, जो पानी से भी दौड़ सके.