टाटा समूह ने अपने चेयरमैन रतन टाटा के उत्तराधिकारी की तलाश शुरू कर दी है और समूह की धारक कंपनी, टाटा संस ने इसके लिए बुधवार को एक समिति का गठन किया. रतन टाटा दिसंबर, 2012 में सेवानिवृत्त हो जाएंगे.
टाटा संस ने एक बयान में कहा कि टाटा संस के बोर्ड ने पांच सदस्यों वाली एक खोज समिति का गठन किया है जो रतन एन. टाटा के लिए उचित उत्तराधिकारी पर निर्णय करेगी. हालांकि, यह साफ नहीं हो सका कि समिति में कौन लोग शामिल हैं.
समूह ने यह पहल ऐसे समय में की है जब रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा की पदोन्नति कर उन्हें 72 अरब डालर के टाटा समूह के अंतरराष्ट्रीय परिचालनों का प्रमुख नियुक्त किया गया है.
नोएल टाटा की पदोन्नति से इन अटकलों को बल मिला है कि वह रतन टाटा के उत्तराधिकारी हो सकते हैं. समूह द्वारा गठित खोज समिति में एक विदेशी सदस्य सहित पांच सदस्य हैं.
रतन टाटा दिसंबर, 2012 में 75 वर्ष के हो जाएंगे और समूह द्वारा निर्धारित सेवानिवृत्ति की उम्र के तहत रिटायर हो जाएंगे. इससे पहले रतन टाटा ने संवाददाताओं को बताया था कि मैंने कहा है कि नैनो के बाद सेवानिवृत्ति के लिए वह अच्छा समय होगा.{mospagebreak}
यद्यपि टाटा समूह 100 साल से भी पुराना समूह है. रतन टाटा ने वैश्विक इस्पात कंपनी कोरस को 2006 में करीब 12 अरब डालर में खरीद कर इसे विश्व मंच पर पहचान दिलायी. इसके बाद अधिग्रहण का सिलसिला इस तरह चला कि टाटा ने ब्रिटेन के लग्जरी कार ब्रांड जगुआर लैंड रोव को 2008 में फोर्ड से 2.3 अरब डालर में खरीदा.
वर्ष 1991 में जेआरडी टाटा से समूह की कमान संभालने वाले रतन टाटा ने कहा था कि मैं व्हीलचेयर पर बाहर नहीं जाना चाहूंगा.
कंपनी ने कहा कि संभावित उम्मीदवार के लिए चयन प्रक्रिया में टाटा कंपनियों के भीतर से और भारत एवं विदेश में वैश्विक अनुभवों वाले पेशेवरों के बीच उचित व्यक्तियों पर विचार किया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि 53 वर्षीय नोएल टाटा परिवार से होने के अलावा पलांनजी मिस्त्री के दामाद भी हैं. फोर्ब्स पत्रिका के मुताबिक, टाटा संस में पलोंजी मिस्त्री की 18 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी है. पलोंजी के पुत्र साइरस पलोंजी मिस्त्री टाटा संस के बोर्ड में हैं.