पश्चिमोत्तर पाकिस्तान में शनिवार को एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से लदे अपने वाहन को अर्धसैनिक बलों के एक शिविर में घुसाकर विस्फोट से उड़ा दिया जिससे कम से कम 9 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई और 17 अन्य घायल हो गए.
पुलिस ने बताया कि हमलावर ने खबर पख्तूनख्वा प्रांत के बानू शहर में फ्रंटियर कोर के शिविर के भीतर एक कार्यालय को निशाना बनाया. विस्फोट के बाद शिविर की एक मंजिला इमारत के हिस्से ढह गए. अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि अब तक 9 शव बरामद किए जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि मलबे में और शव दबे हो सकते हैं.
हमले में घायल हुए 17 सुरक्षाकर्मियों को बानू के सेना अस्पताल ले जाया गया है जहां अधिकारियों ने कहा कि कई सुरक्षाकर्मियों की हालत गंभीर है. सूत्रों ने बताया कि शिविर में लगभग 300 सुरक्षाकर्मी रह रहे थे जिसमें अनेक आवासीय बैरक हैं. तालिबान और अलकायदा तत्वों के लिए पनाहगाह माने जाने वाले उत्तरी वजीरिस्तान कबाइली क्षेत्र के पास तैनात फ्रंटियर कोर के कर्मियों के लिए यह शिविर के एक आधार है.
बानू उत्तरी वजीरिस्तान कबाइली एजेंसी के मुख्य शहर मीरानशाह से 40 किलोमीटर की दूरी पर है. टेलीविजन पर प्रसारित फुटेज में दिखाया गया है कि शिविर के अधिकतर हिस्से जमींदोज हो गए. सुरक्षाकर्मियों ने शवों और घायलों को निकालने के लिए हाथों से कार्यालय के मलबे को हटाया. किसी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है.
हालांकि अधिकारियों ने इसके लिए स्थानीय तालिबान को जिम्मेदार बताया. स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने स्थानीय समयानुसार करीब छह बजे जबर्दस्त धमाके की आवाज सुनी. स्थानीय लोगों ने बताया कि इसके बाद जबर्दस्त गोलीबारी की आवाज सुनाई दी.
सुरक्षाकर्मियों ने शिविर को जाने वाली सभी सड़कों को बंद कर दिया. सूत्रों ने बताया कि हमले में इस्तेमाल किए गए वाहन ने उत्तरी वजीरिस्तान से बानू में प्रवेश किया था. पाकिस्तान के अशांत पश्चिमोत्तर में दो दिन के भीतर सुरक्षाबलों पर यह दूसरा हमला है. तालिबान समर्थक आतंकवादियों ने शुक्रवार सुबह दक्षिणी वजीरिस्तान के नजदीक एक चौकी पर हमला कर एक सुरक्षाकर्मी को मार डाला था और कई अन्य को घायल कर दिया था.
आतंकवादियों ने कई सुरक्षाकर्मियों का अपहरण भी कर लिया और तालिबान के प्रवक्ता अहसानुल्ला अहसन ने उस हमले की जिम्मेदारी ली थी. उसने बाद में धमकी दी थी कि अपहृत सुरक्षाकर्मियों को मारा जा सकता है. अपहृत सुरक्षाकर्मियों की हालत के बारे में अब तक कोई खबर नहीं है. तालिबान आतंकियों ने सैनिकों से हथियार भी लूट लिए थे.
इन खबरों के मद्देनजर कि तालिबान सरकार के साथ शांति वार्ता कर रहा है इस आतंकी संगठन ने कई सप्ताह थोड़ा शांत रहने के बाद फिर से हमले तेज कर दिए हैं. पाकिस्तानी सेना और गृह मंत्री ने वार्ता की खबरों से इनकार किया है लेकिन तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान के उप प्रमुख मौलवी फकीर मोहम्मद ने बातचीत की पुष्टि की थी.