पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने कहा कि सेना प्रमुख अशफाक परवेज कयानी और देश की खुफिया एजेंसी 'इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस'(आईएसआई) के प्रमुख सूजा पाशा को उनके पदों से नहीं हटाया जाएगा.
प्रधानमंत्री के इस बयान के बाद दोनों प्रमुखों को पद से हटाने सम्बंधी अफवाहों पर विराम लग गया है. गिलानी ने सोमवार को उन सभी अफवाहों को हास्यास्पद बताया जिसमें कहा जा रहा था कि सरकार कयानी और पाशा को उनके पदों से हटाना चाहती है.
समाचार एजेंसी ऐसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान ने गिलानी के हवाले से कहा, 'ऐसी अफवाहें जिनमें कहा जा रहा है कि सरकार कयानी और पाशा को उनके पदों से हटाना चाहती है, बिल्कुल हास्यास्पद हैं. कुछ अवसरवादी लोग देश के हित को भुलकर ऐसी बाते कर रहे हैं, जो गलत है.'
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह सेना प्रमुख कयानी के कामकाज से खुश हैं.
गौरतलब है कि गुरुवार को गिलानी के उस बयान के बाद सेना और सरकार के बीच तनाव बढ़ गया था जिसमें उन्होंने कहा था कि कोई भी यह नहीं कह सकता कि वह सरकार के नियंत्रण में नहीं है. उन्होंने यह भी कहा था कि निर्वाचित सरकार के खिलाफ षड्यंत्र भी रचे जा रहे थे.
कयानी ने हालांकि सेना द्वारा सत्ता पर कब्जा करने के कयासों को खारिज करते हुए यह भी विश्वास दिलाया था कि सेना देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया का समर्थन करेगी.