कांग्रेस ने कहा है कि उसे आंध्र प्रदेश के नवगठित मंत्रिमंडल में बगावती तेवर सामने आने में वाई एस जगनमोहन रेड्डी का कोई हाथ नजर नहीं आता और पार्टी ने भरोसा जताया कि यह संकट जल्द खत्म हो जायेगा.
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने अपना नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर कहा कि यह जगन के कारण नहीं है. यह मुश्किल परिस्थिति का लाभ उठाने के लिये सौदेबाजी करने की एक कोशिश की है.
उधर, केंद्रीय मंत्री एम वीरप्पा मोइली ने मीडिया से अलग से बातचीत में राज्य में कोई संकट होने की बात से इनकार किया. उन्होंने कहा, ‘‘वहां कोई संकट नहीं है.’’ आंध्र प्रदेश में शपथ लेने वाले नये मंत्रियों ने विभागों के बंटवारे को लेकर मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी के खिलाफ बगावती तेवर अपना लिये हैं.
पहले ग्रामीण विकास मंत्री रहे वी. वसंत कुमार को अब पर्यटन मंत्री बनाया गया, लेकिन उन्होंने बुधवार देर रात अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री को भेज दिया, जबकि कहा जा रहा है कि कई अन्य मंत्री भी ऐसा ही करने वाले हैं.{mospagebreak}
एक अन्य मंत्री धर्माना प्रसाद राव को राजस्व मंत्री से सड़क तथा निर्माण विभाग का पदभार दिया गया है और कहा जाता है कि उन पर श्रीकाकुलम जिले के अपने समर्थकों की ओर से इस्तीफा देने का काफी दबाव है.
असंतोष को खत्म करने के लिये मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रियों आनम रामनारायण रेड्डी और कासू वेंकट कृष्णा रेड्डी को बगावती तेवरों वाले मंत्रियों से बात करने भेज दिया है. पार्टी सूत्रों ने कहा कि सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल और केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद ने भी वरिष्ठ मंत्री बोत्सा सत्यनारायण से बात की है जिन पर बगावत भड़काने का संदेह है.