जगन के टीवी चैनल साक्षी टीवी ने 19 नवंबर की रात अपने सामयिक मामलों के कार्यक्रम हस्तघटम में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की आलोचना की. चैनल की सीईओ और कार्यक्रम की निर्माता प्रियदर्शिनी राम रेड्डी जो वाइएसआर की विश्वासपात्र और जगन की पसंदीदा हैं, का कार्यक्रम कांग्रेस की 125वीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर पार्टी की प्रशंसा से ज्यादा सोनिया की आलोचना से भरा था.
कार्यक्रम ने कांग्रेस को पतन की ओर जाती पार्टी के तौर पर पेश किया. सोनिया पर केंद्रित करते हुए हस्तघटम ने उनके जीवन के बड़े मोड़ों को दिखाया-इटली में बचपन, कैंब्रिज के छात्र जीवन में छोटे-मोटे, काम करना, राजीव गांधी से प्रेम और भारतीय राजनीति में तेजी से उत्थान.
हस्तघटम ने मैनो परिवार की बोफोर्स घोटाले में भूमिका, स्विस बैंक में जमा पैसे की भी चर्चा की और पार्टी को ठीक से चलाने में सोनिया की असमर्थता को भी पेश किया. यह बताते हुए कि उनके अपने निर्वाचन क्षेत्र रायबरेली में भी जहां वे कई महीनों से नहीं गईं, सोनिया की लोकप्रियता घट रही है, कार्यक्रम ने सार्वजनिक सभाओं में प्रभावी भाषण देने में सोनिया की अक्षमता व शासन में अनुभवहीनता का मजाक उड़ाया. इसमें सोनिया का रबर स्टैंप बनने के लिए मनमोहन सिंह को भी निशाना बनाया गया.
राहुल गांधी पर अशोक चव्हाण जैसे दागदार नेताओं को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया, जिसके कारण पार्टी की बदनामी हो रही है. कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य और आंध्र प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के. केशव राव कहते हैं, 'अपने टीवी चैनल और अखबार के जरिए कांग्रेस को नीचा दिखाने के प्रयास में दौलत ही जगन की ताकत है.'
इस प्रकरण में जगन की भूमिका से इनकार करते 'ए प्रियदर्शिनी कहती हैं, ''कार्यक्रम लोगों की राय के अनुसार और पूरी तरह पेशेवर था. इसमें कोई भी टिप्पणी या संपादकीय नजरिया नहीं जोड़ा गया. जगन ने अपनी ढंग से काम करने की छूट दे रखी है.'
लेकिन चैनल और साक्षी अखबार में काम करने वाले पत्रकार बताते हैं कि जगन की सोच स्पष्ट है. वे राजनीति में रहना चाहते हैं और दूसरे पुत्रों और पूर्व मुख्यमंत्रियों की तरह पार्टी द्वारा हाशिए पर कर दिए जाने के लिए तैयार नहीं हैं.