बिहार के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 15 अप्रैल को आयोजित कार्यक्रम के संबंध में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहारियों के नाम अपना संदेश वह मुंबई में ही देंगे.
मुंबई में आयोजित होने वाले बिहार दिवस कार्यक्रम का महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कुछ नेताओं द्वारा विरोध करने के संबंध में एक प्रश्न के जवाब में नीतीश कुमार ने कहा कि 15 अप्रैल को यह कार्यक्रम बिहार के मजदूरों ने किया है. यह एक सामाजिक सांस्कृतिक कार्यक्रम है. मुंबई में ही मैं अपना संदेश दूंगा.
नीतीश ने कहा कि मुंबई जाने पर मुझे कोई रोक नहीं है. हम कहीं भी जा सकते हैं. हालांकि नीतीश कुमार ने मनसे के विरोध के संबंध में कोई सीधी प्रतिक्रिया नहीं दी.