लश्कर ए तैयबा को अलकायदा जैसा संगठन करार देते हुए अमेरिका ने कहा है कि मुम्बई हमलों को अंजाम देने वाला पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन भारत के लिए गंभीर खतरा है और यह अमेरिका को भी नुकसान पहुंचा सकता है.
अमेरिका की गृह सुरक्षा मंत्री जैनेट नैपोलिटानो ने वाशिंगटन स्थित एक थिंक टैंक संस्थान में कहा, ‘लश्कर ए तैयबा एक आतंकवादी संगठन है. यह अमेरिका और खास तौर पर भारत के लिए खतरा हो सकता है. यह ताकत और संगठन के हिसाब से अलकायदा की तरह है.’
भारत की एक हफ्ते की यात्रा से लौटीं नैपोलिटानो ने कहा कि अमेरिका ने पिछले दस सालों में मुख्य तौर पर अलकायदा पर अपना ध्यान केंद्रित रखा जो 9/11 हमलों के लिए जिम्मेदार है. परिणामस्वरूप कुछ समय के लिए किसी ने यह नहीं जाना कि कुछ अन्य समूह भी हैं जिनमें से लश्कर ए तैयबा एक है.
गृह सुरक्षा मंत्री ने कहा कि भारतीय समकक्षों के साथ चर्चा में लश्कर ए तैयबा मुख्य विषयों में से एक था. उन्होंने कहा, ‘कई मुद्दों को लेकर चर्चा हुई, लश्कर ए तैयबा को लेकर खुफिया जानकारी का स्तर क्या है मैं इस पर सार्वजनिक रूप से चर्चा नहीं करना चाहती.’
नैपोलिटानो ने कहा, ‘दूसरी बात यह है कि वह (लश्कर) किस तरह के तरीके और तकनीकों का इस्तेमाल करता है. मुम्बई हमले को देखिए. यदि ऐसा ही हमला होता है तो क्या हमारा देश तैयार है ? क्या हमारे पास छोटी नौका रणनीति है ? क्या हम अपने बंदरगाहों को घुसपैठ से बचा सकते हैं ? होटलों जैसे आसान निशानों के बारे में क्या है ? इस तरह की स्थिति से निपटने के लिए क्या वे पहले से अधिक तैयार हैं.’
उन्होंने कहा, ‘यदि अभी या भविष्य में लश्कर ए तैयबा इस तरह का हमला कर देता है तो कमान और नियंत्रण कौन संभालेगा ?’ नैपोलिटानो ने कहा कि इन सभी चीजों पर उनकी भारत यात्रा के दौरान चर्चा हुई.
लश्कर ए तैयबा के बारे में खुफिया जानकारी पर बातचीत नहीं करने की इच्छा व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि इस संगठन के बारे में बहुत सी जानकारी सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हैं. इसके अनुसार इस आतंकी संगठन ने भारत से बाहर भी गतिविधियों को अंजाम दिया है.