मुंबई में शनिवार सुबह एक चार मंजिला इमारत के ढह जाने से इसमें अनाधिकृत रूप से रह रहे कम से कम 7 लोगों की मौत हो गई जबकि तीन अन्य घायल हो गए.
बृहणमुम्बई नगर निगम (बीएमसी) के आपदा नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने बताया कि घटना शनिवार सुबह लगभग 6.30 बजे उस वक्त हुई जब पियुश बिल्डिंग के अचानक ढह जाने से इसमें मौजूद लोग इसकी चपेट में आ गए.
मुंबई महानगर इलाके में पिछले 10 दिन में ढही यह तीसरी बड़ी इमारत है. दमकल विभाग और अन्य राहत बचाव दल ने मुंबई के पूर्वी उपनगर दहिसर स्थित इस इमारत के मलबे से दो शवों तथा पांच लोगों को बाहर निकाला.
बीएमसी के भगवती अस्पताल में भर्ती कराए जाने के बाद दो घायलों की मौत हो गई जबकि तीन घायलों की हालत नाजुक बनी हुई है.
इन दोनों मृतकों की पहचान फैजान शेख और धर्मेद्र हरिजन के रूप में हुई है, माना जा रहा है कि ये लोग सब्जी विक्रेता हैं. अभी मलबे के नीचे किसी और के दबे होने की सूचना नहीं है लेकिन राहत एवं बचाव कार्य जारी है.
दहिसर से शिवसेना विधायक विनोद घोसलकर ने कहा कि नगर निगम द्वारा इसे खतरनाक घोषित किए जाने के बाद इस इमारत को दो साल पहले खाली करा लिया गया था.
घोसलकर ने कहा, 'इसका पुनर्विकास किया जाना था, लेकिन मालिक और किराएदार के बीच चल रहे विवाद की वजह से इस पर मुकदमा चल रहा है. इस बीच, स्थानीय सब्जी विक्रेताओं ने इसमें शरण ली थी.'
इससे पहले 10 जून को मध्य मुंबई के माहिम में एक चार मंजिला पुरानी इमारत के ढह जाने से 10 लोगों की मौत हो गई थी तथा छह घायल हो गए थे. शुक्रवार को ठाणे जिले के मुम्ब्रा में 35 साल पुराने तीन मंजिला शकुंतला इमारत के ढह जाने से इसमें मौजूद छह बच्चों सहित 10 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी.
चार अप्रैल को मुम्ब्रा में ही एक इमारत के ढह जाने से 75 लोगों की मौत हो गई थी और 60 अन्य घायल हुए थे, यह राज्य में हुई इस तरह की सबसे बड़ी घटना है.