राजस्थान की 199 सीटों पर विधानसभा चुनाव के बाद अब बची हुई रामगढ़ सीट पर भी सियासी बिसात बिछाई जानी शुरू हो गई है. इस सीट पर 28 जनवरी को मतदान होंगे और 2 फरवरी को नतीजे आएंगे. रामगढ़ सीट से बसपा उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरने के लिए पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह के बेटे जगत सिंह तैयार हैं. इससे पहले वे कांमा सीट से बीजेपी के विधायक रहे हैं. उन्होंने बीजेपी छोड़ने की बात कही है.
रामगढ़ सीट के लिए 10 जनवरी तक नामांकन दाखिल किया जा सकता है. जबकि, दूसरी सभी पार्टी के उम्मीदवार वही रहेंगे जिन्होंने पहले नामांकन दाखिल किया था. वहीं, 14 जनवरी नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख तय की गई है. दरअसल, बहुजन समाज पार्टी के लक्ष्मण सिंह की मृत्यु के बाद यहां चुनाव रद्द कर दिए गए थे.
हाल ही में हुए चुनाव में बीजेपी ने अलवर जिले की कांमा सीट से जगत सिंह का टिकट काटकर जवाहर सिंह पर दांव लगाया था, लेकिन पार्टी को ये दांव उलटा पड़ा था. बीजेपी उम्मीदवार जवाहर सिंह को करीब 39 हजार वोटों से हार का मुंह देखना पड़ा था.
रामगढ़ सीट पर कांग्रेस और बीजेपी समेत 19 उम्मीदवार जो पहले नामांकन भर चुके हैं, चुनाव मैदान में रहेंगे. इसमें कांग्रेस की सैफिया ज़ुबैर खान और बीजेपी सुखवंत सिंह उम्मीदवार हैं. इस तरह से राजस्थान में एक बार फिर कांग्रेस, बीजेपी और बीएसपी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है.
रामगढ़ सीट
यह इलाका बीते कुछ सालों में देश-दुनिया में चर्चा का विषय बना है. मॉब लिंचिंग की घटनाओं ने पूरे देश की राजनीति यहां केंद्रित की है. गो तस्करी के आरोप में रकबर खान की हत्या इसी इलाके में की गई थी. इस सीट से बीजेपी ने अपने विधायक ज्ञानदेव आहूजा की जगह सुखवंत सिंह पर दांव लगाया है. जबकि आहूजा इस सीट से दो बार के विधायक रहे हैं.
2013 चुनाव का रिजल्ट
ज्ञानदेव आहूजा (बीजेपी)- 73,842 (48%)
जुबैर खान (कांग्रेस)- 69,195 (45%)
फजरू खां (बीएसपी)- 7790 (5%)
2008 चुनाव का रिजल्ट
ज्ञानदेव आहूजा (बीजेपी)- 61,493 (49%)
जुबैर खान (कांग्रेस)- 45,411 (36%)
फजरू खां (बीएसपी)- 8129 (6%)