scorecardresearch
 

राजस्थान सरकार का बड़ा फैसला, पेट्रोल पर 4 रुपये और डीजल पर 5 रुपये वैट घटाया

राजस्थान सरकार ने भी आखिरकार पेट्रोल और डीजल पर वैट घटाने का फैसला कर लिया है. इससे राजस्थान में पेट्रोल 4 रुपये और डीजल 5 रुपये सस्ता मिलेगा. सीएम अशोक गहलोत ने खुद इसकी जानकारी दी.

Advertisement
X
राजस्थान सरकार ने घटाया पेट्रोल-डीजल पर वैट (सांकेतिक तस्वीर)
राजस्थान सरकार ने घटाया पेट्रोल-डीजल पर वैट (सांकेतिक तस्वीर)

राजस्थान सरकार ने भी आखिरकार पेट्रोल और डीजल पर वैट घटाने का फैसला कर लिया है. इससे राजस्थान में पेट्रोल 4 रुपये और डीजल 5 रुपये सस्ता मिलेगा. सीएम अशोक गहलोत ने खुद इसकी जानकारी दी. राजस्थान के श्रीगंगानगर में पेट्रोल 116.34 रुपये प्रति लीटर तक बिक रहा था. अब इसमें चार रुपये की कमी आने से कुछ राहत मिलेगी.

हालांकि, दूसरी तरफ राजस्थान सरकार ने आम लोगों को झटका भी दिया है. राजस्थान में अब बिजली महंगी हो गई है. वहां बिजली बिल 33 पैसे प्रति यूनिट बढ़ेगा. राजस्थान में 1.52 करोड़ उपभोक्ताओं से 550 करोड़ रुपये फ्यूल सर्चार्ज के रूप में वसूला जाएगा.

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया, 'आज मंत्रिमण्डल की बैठक में पेट्रोल-डीजल पर वैट की दर को कम करने का निर्णय लिया गया. आज रात्रि 12 बजे से पेट्रोल में 4 रुपये प्रति लीटर तथा डीजल में 5 रुपये प्रति लीटर दरों में कमी हो जायेगी. इससे राज्य सरकार 3500 करोड़ रुपये वार्षिक राजस्व की हानि वहन करेगी.'

केंद्र सरकार ने घटाई थी एक्साइज ड्‌यूटी

दिवाली से एक दिन पहले केंद्र सरकार ने तेल पर लगने वाली एक्साइज ड्‌यूटी घटाई थी. इसमें पेट्रोल से पांच रुपये और डीजल से 10 रुपये एक्साइज ड्‌यूटी कम की गई थी. इसके बाद राज्य सरकारों पर वैट घटाने का प्रेशर बन गया था. बीजेपी शासित राज्यों ने केंद्र के फैसले के बाद वैट (राज्य द्वारा वसूले जाने वाला टैक्स) को घटा दिया था. लेकिन गैर बीजेपी शासित राज्य इससे कतरा रहे थे. इस लिस्ट में राजस्थान भी शामिल था. फिलहाल दिल्ली, बंगाल ने भी वैट नहीं घटाया है.

Advertisement

वैट ना घटाने की वजह से राजस्थान की सरकार घिरी हुई थी. सीएम गहलोत ने तो यह भी दावा किया था कि वैट घटाने के लिए अमित शाह की तरफ से उनपर दबाव बनाया जा रहा है. बता दें कि दाम कम ना होने की वजह से राजस्थान के पेट्रोल पंपों को भी नुकसान हो रहा था. दूसरे राज्यों से सटे बॉर्डर पर जो पेट्रोल पंप थे वे सूने पड़े रहते थे. वहीं 4 पड़ोसी राज्यों के पंपों पर बिक्री दोगुनी हो गई थी.

 

Advertisement
Advertisement