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राजस्थान में 28 को मंत्रिमंडल विस्तार! पायलट गुट को पंजाब की तरह 'न्याय' की उम्मीद

पायलट खेमे के विधायक मुकेश भाकर और रामनिवास गावरिया ने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस में देश भर में बदलाव हो रहे हैं, उससे हमें भी उम्मीद जगी है कि यहां भी 'न्याय' होगा.

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राहुल गांधी और सचिन पायलट (फाइल फोटो- आज तक)
राहुल गांधी और सचिन पायलट (फाइल फोटो- आज तक)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 28 जुलाई को हो सकता है मंत्रिमंडल विस्तार
  • गहलोत ने कहा- सोनिया गांधी का फैसला मानने को तैयार

राजस्थान में 28 जुलाई को गहलोत सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है. कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल और राजस्थान प्रभारी अजय माकन की मौजूदगी में हुई प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक में विधायकों को 28 जुलाई को जयपुर में रहने के लिए कहा गया है. 

पीसीसी की बैठक के बाद अजय माकन ने कहा, मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कांग्रेस नेताओं में कोई विरोधाभास नहीं है. सभी कांग्रेस आलाकमान की बात मानने को तैयार हैं.

पंजाब में सिद्धू के अध्यक्ष बनने से पायलट खेमे में उम्मीद
इससे पहले के सी वेणुगोपाल और अजय माकन ने कांग्रेस विधायकों से मुलाकात की. उधर, नवजोत सिंह सिद्धू के पंजाब प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से राजस्थान में पायलट खेमे की आस बढ़ गई है. उम्मीद की जा रही है कि राजस्थान में लंबे वक्त से चली आ रही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच खींचतान खत्म हो सकती है. पायलट खेमे के विधायक मुकेश भाकर और रामनिवास गावरिया ने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस में देश भर में बदलाव हो रहे हैं, उससे हमें भी उम्मीद जगी है कि यहां भी 'न्याय' होगा. 

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'राजस्थान में अब सब ठीक होगा'
मुकेश भाकर और रामनिवास गावरिया ने कहा, राजस्थान में लंबे समय से जो इंतजार कर रहे हैं, वह पूरा होने की उम्मीद है. उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अभी कहा है कि कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी जो कहेंगे, उसकी पालना की जाएगी तो उम्मीद करते हैं कि अब राजस्थान में सब ठीक हो जाएगा. 

 

विधायकों से मुलाकात करते वेणुगोपाल और अजय माकन

माना जा रहा है कि कांग्रेस जल्द से जल्द राजस्थान में भी पार्टी के अंदरूनी कलह को खत्म करना चाहती है. यही वजह है कि कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और राजस्थान प्रभारी अजय माकन जयपुर पहुंचे हैं. शनिवार को वेणुगोपाल और माकन ने सीएम गहलोत से मुलाकात की थी.

मंत्रिमंडल में फेरबदल का फैसला सोनिया पर छोड़ा
सीएम अशोक गहलोत और दोनों नेताओं के बीच मंत्रिमंडल में फेरबदल और विस्तार को लेकर करीब ढाई घंटे तक बैठक चली. इस हाई लेवल मीटिंग के बाद सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि उन्होंने मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर फैसले का अधिकार सोनिया गांधी पर छोड़ दिया है. माना जा रहा है कि अशोक गहलोत की सहमति के बाद अब सोनिया गांधी की ओर से इस संबंध में जल्द ही फैसला ले लिया जाएगा और जुलाई महीने में ही मंत्रिमंडल का विस्तार, फेरबदल होने की भी पूरी संभावना है.

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