
राजस्थान के अलवर में पतंजलि ब्रांड के नाम से सरसों तेल की पैकिंग करने वाले एक आयल मिल को सीज कर दिया है. मिल में पतंजलि की भारी मात्रा में पैकिंग सामग्री बरामद की गई है. आरोप है कि पतंजलि के नाम पर मिलावटी सरसों तेल सप्लाई की जाती थी. गुरुवार को पूरे मिल की वीडियोग्राफी कराई गई और सैंपल लिए गए.
बताया जा रहा है कि अलवर जिला प्रशासन ने बुधवार देर रात खैरथल में इस्माइलपुर रोड पर औद्योगिक क्षेत्र में स्थित सिंघानिया आयल मिल पर छापा मारकर उसे सील कर दिया. इसके बाद गुरुवार शाम को जांच कमेटी की टीम एसडीएम अलवर योगेश डागुर के नेतृत्व में फैक्ट्री में पहुंची और मामले की जांच की जा रही है.
जब अलवर जिला प्रशासन ने पूछा तो आयल मिल के मालिक ने कहा कि मेरे पास बाबा रामदेव की पतंजलि का पैकिंग करने की अनुमति है. फैक्ट्री से प्रशासन को पतंजलि के अलावा श्रीश्री ऑयल ब्रांड के रैपर मिले. फैक्ट्री में मौजूद सरसों के तेल कच्ची घानी ओर स्पेलर से निकाले गए तेल के स्टॉक के साथ मौजूद कच्चे सामान का सैम्पल लिया गया.
अलवर जिला प्रशासन के द्वारा फैक्ट्री प्रबंधन को सामान को खुर्द बुर्द ना करने के लिए पाबंद किया गया है और पतजंलि को तेल सप्लाई करने और पैकिंग करने , फेक्ट्री का लाइसेंस और पैकिंग करने का लाइसेंस के साथ अनुमति पत्र सहित अन्य दस्तवेजो दिखाने के लिए कहा गया है.
बताया जा रहा है कि खैरथल की इस फैक्ट्री से भारी मात्रा में सरसों का तेल बाबा रामदेव की कम्पनी पतंजलि को जाता है. पतंजलि इस तेल पर अपना ठप्पा लगाकर बाजार में बेचती है. इस शिकायत के आधार पर जिला कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अलवर के उप खण्ड अधिकारी योगेश डागुर के नेतृत्व में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया.