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राजस्थान: कोरोना मरीज को अस्पताल में बेड दिलाने के नाम पर रिश्वत, ACB ने किया गिरफ्तार

ACB के मुताबिक, मरीज के परिजन द्वारा शिकायत दी गई थी कि उसके कोरोना संक्रमित मरीज को RUHS में आईसीयू बेड व अन्य सुविधाएं दिलाने के एवज में मेट्रो मास अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मी ने एक लाख 30 हजार रुपये की रिश्वत मांगी.

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सांकेतिक फ़ोटो
सांकेतिक फ़ोटो
स्टोरी हाइलाइट्स
  • स्वास्थ्यकर्मी ने एक लाख 30 हजार रुपये की रिश्वत मांगी
  • ACB ने आरोपी को किया गिरफ्तार
  • कोरोना मरीज को अस्पताल में बेड दिलाने के नाम पर ठगी

कोरोना संक्रमण ने देश में हाहाकार मचा रखा है. कोरोना संक्रमित रोगियों को अस्पतालों में भर्ती होने के लिए बेड तक मिलने में दिक्कतें सामने आ रही हैं. ऑक्सीजन की भी कमी हो रही है. इन सबके बीच मेडिकल से जुड़ी चीजों की कालाबाजारी हो रही है. ऐसे में राजस्थान में कोविड मरीज को अस्पताल में बेड दिलवाने के एवज में रिश्वत लेने वाले शख्स को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने गिरफ्तार कर लिया. 

जानकारी के मुताबिक, राज्य के सबसे बड़े कोविड अस्पताल RUHS में मरीज के परिजन से 23 हजार रुपये की रिश्वत लेते एक शख्स को रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया. RUHS अस्पताल जयपुर में स्थित है, जहां शिकायत मिलने पर ACB की टीम ने आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया था.

ACB के मुताबिक, मरीज के परिजन द्वारा शिकायत दी गई थी कि उसके कोरोना संक्रमित मरीज को RUHS में आईसीयू बेड व अन्य सुविधाएं दिलाने के एवज में मेट्रो मास अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मी अशोक कुमार गुर्जर ने एक लाख 30 हजार रुपये की रिश्वत मांगी है. अशोक 95 हजार रुपये पहले ही वसूल कर चुका था. 

एंटी करप्शन ब्यूरो ने शिकायत की जांच के लिए शनिवार को जाल बिछाकर आरोपी अशोक कुमार गुर्जर को 23 हजार रुपये की रिश्वत राशि लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. बताया जा रहा है कि आरोपी के कई ठिकानों पर भी तलाशी की गई. ये पूरी कार्रवाई ACB एसपी बजरंग सिंह के नेतृत्व में की गई.  

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उधर, ACB ने मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. कहा जा रहा है कि पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं.  

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