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राजस्थान के मालपुरा में हालात तनावपूर्ण, कर्फ्यू लगाया गया

राजस्थान के टोंक जिले के मालपुरा कस्बे में गुरुवार को कांवड़ यात्रा के दौरान दूसरे समुदाय द्वारा किए गए पथरव के बाद इलाके में तनाव के हालात बने हुए हैं.

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प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर

राजस्थान के टोंक जिले के मालपुरा कस्बे में गुरुवार शाम कावड़ियों पर दूसरे समुदाय के लोगों द्वारा लाठी-डंडे और पत्थर से हमले के बाद शुक्रवार को भी कस्बे में तनाव बरकरार है. लिहाजा हालात की संवेदनशीलता को देखते हुए प्रशासन ने शुक्रवार को कस्बे में कर्फ्यू लगा दिया. आरएसी की दो कंपनियां, एसटीएफ और पुलिसबल की तैनाती पूरे कस्बे में कर दी गई है.

गुरुवार शाम जब समुदाय विशेष के इलाके से कांवड़िए डीजे पर नाचते-गाते निकल रहे थे तो अचानक पथराव के बाद भगदड़ मच गई थी. उसके बाद प्रशासन ने धारा 144 लगा दी. इस घटना में करीब 15 कांवड़िए घायल हुए थे.

इसके बाद शुक्रवार को बीजेपी द्वारा पहले से ही तिरंगा यात्रा निकालने का कार्यक्रम था, जिसे प्रशासन ने रद्द कर दिया था. तिरंगा यात्रा नहीं निकाले जाने के लिए बीजेपी कार्यकर्ताओं को खुद वहां के सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया और विधायक कन्हैयालाल समझाने पहुंचे थे, लेकिन लोग मानने के लिए तैयार हुए.  

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इस तिरंगा यात्रा को निकालने के दौरान समुदाय विशेष की बस्ती में जैसे ही पहुंची, दोनों पक्षों में पथराव शुरू हो गया. इसके बाद तिरंगा यात्रा बिखर गई और दोनों तरफ से पथराव शुरू हो गया. जिसमें कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया. मामले को बिगड़ते हुए देख पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया और आंसू गैस के गोले छोड़े. जब हालात ज्यादा बिगड़ने लगे तो दोपहर लगभग 2:00 बजे जिलाधिकारी ने कर्फ्यू लगाने का ऐलान कर दिया.

मालपुरा कस्बे में तनाव को देखते हुए मस्जिद में जुमे की नमाज वाली जगह बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया था. हालांकि, कर्फ्यू के वजह से नमाजी आज मस्जिद में नमाज पढ़ने भी नहीं आए. पुलिस के आला अधिकारी मालपुरा में ही जमे हुए हैं.

टोंक के एडिशनल कलेक्टर कैलाश शर्मा ने लोगों से अपील की है कि किसी तरह की अफवाह पर ध्यान नहीं दे. शर्मा ने बताया कि शांति समिति की बैठक आयोजित की जा रही है और दोनों पक्षों को समझाया जा रहा है.

घटना पर राजनीति भी शुरू हो गई है. सवाई माधोपुर के सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया ने आरोप लगाया है कि पूरे प्रदेश में कांग्रेस इस तरह के दंगे भड़का रही है और वोटों का ध्रुवीकरण करना चाहती है. समुदाय विशेष के लोगों द्वारा कावड़ियों पर हमला कर शांतिपूर्ण माहौल बिगाड़ा जा रहा है.

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उधर कांग्रेस ने भी आरोप लगाया है कि आगे आने वाले चुनाव को देखते हुए BJP वोटों के ध्रुवीकरण के लिए इस तरह के काम कर रही है. दरअसल मालपुरा में सांप्रदायिक दंगों का इतिहास रहा है जहां दो बार के सांप्रदायिक दंगे में दर्जनों लोग मारे गए थे.

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