तीन दिन तक पुलिस से लुकाछिपी के बाद रेप के आरोपी राजस्थान के पूर्व मंत्री बाबूलाल नागर अपनी मेडिकल जांच के लिए तैयार हो गए हैं. इससे पहले उन्होंने खुद को 'फिजिकली और सेक्शुअली फिट' बताते हुए मेडिकल टेस्ट न कराने की दलील दी थी.
अंग्रेजी अखबार 'द हिंदू' में छपी खबर के मुताबिक, बाबूलाल नागर के बेटे रवि ने सीबीसीआईडी को बताया है कि उनके पिता मेडिकल जांच के लिए तैयार हो गए हैं. सीबीसीआईडी के प्रवक्ता के मुताबिक, नागर की मेडिकल जांच शनिवार को होगी.
खुद को फिट बताकर टेस्ट न कराने की दी थी दलील
गुरुवार को सीबीसीआईडी की पांच सदस्यों वाली टीम ने नागर की पत्नी, परिवार और घरेलू नौकरों से पूछताछ की. सीबीसीआईडी ने नागर को 25 सितंबर तक मेडिकल टेस्ट के लिए पेश होने का नोटिस दिया था, लेकिन वह नहीं आए. इसके बजाय उन्होंने जांच अधिकारी को एक चिट्ठी लिखकर कहा कि वह 'फिजीकली और सेक्शुअली फिट' हैं, इसलिए कोर्ट के आदेश के बिना उन्हें मेडिकल जांच कराने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता.
सैंपल मिलाना चाहती है पुलिस: सूत्र
35 वर्षीय महिला से रेप का आरोप लगने के बाद बाबूलाल नागर को मंत्री पद छोड़ना पड़ा है. वह इन दिनों भूमिगत हैं. सूत्रों के मुताबिक, पुलिस नागर का डीएनए टेस्ट कराना चाहती है ताकि महिला के कपड़ों पर मिले सैंपल से उसका मिलान किया जा सके. इससे पहले नागर के परिवार ने पुलिस को बताया था कि वह शिरडी गए हुए हैं. लेकिन सूत्रों के मुताबिक, उनकी कॉल डिटेल से पता लगता है कि वह शिरडी में नहीं थे.
जुबान बंद रखने के लिए 2 करोड़ की पेशकश !
इस बीच रेप का आरोप लगाने वाली महिला ने पुलिस को एक मेमोरी कार्ड सौंपा है, जिसमें उस कॉल की रिकॉर्डिंग है, जिसमें उसे पुलिस के पास न जाने की एवज में कथित रूप से 2 करोड़ रुपये की पेशकश की गई. कार्ड को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है.