अजमेर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. एक 35 वर्षीया महिला ने अपनी दो बेटियों को मौत के घाट उतार दिया है. इस महिला ने अपनी तीन साल की बेटी सोनिया और सात महीने की बेटी को दूध में जंग लगी कील और पुर्जे मिला कर दिए, जिनसे उनकी मौत हो गई.
जानकारी के मुताबिक, महिला का नाम रत्ना उर्फ सुनीता है. महिला ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है, जिसके बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला है कि बच्चियों की मौत चार दिन पहले ही हो गई थी. इनकी विसरा रिपोर्ट में जंग लगी हुई कील मिली है. जवाहर लाल नेहरू अस्पताल के डॉ आरके माथुर ने कहा है कि बच्चियों की मौत का कारण आंतो में कीलों का फंसना है, जिसकी वजह से वो सांस नहीं ले पा रही थीं.
पुलिस के मुताबिक, 26 फरवरी को महिला का पति शहर से बाहर गया हुआ था. सुनीता ने दोनों लाशों को प्लास्टिक की थैलियों में लपेट कर तीन दिन तक घर में ही उनके साथ सोई. बाद में उसने बैग को एक कुंए में फेंक दिया, जिसे रविवार को बरामद किया गया. महिला के पति ने बताया कि उसने पहले भी बच्चों को मारने की कोशिश की थी, जिसके बाद उसका मानसिक उपचार चल रहा था.
जांच अधिकारी ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और पड़ोसियों के बयानों के आधार पर पुलिस ने रत्ना से पूछताछ की, जिसमें उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया. उसने बताया कि बच्चियों की वजह से घर में कलह बनी हुई थी, जो उनकी मौत का कारण बनी.