केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसान सड़कों पर हैं. किसान संगठनों का प्रदर्शन भी लगातार जारी है. इस बीच केंद्रीय मंत्री रतन लाल कटारिया ने अंबाला शहर में अपने एक तय कार्यक्रम को रद्द कर दिया. केंद्रीय मंत्री ने किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए यह कार्यक्रम रद्द किया.
हालांकि, जल शक्ति और सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री कटारिया ने दो अन्य सार्वजनिक कार्यक्रमों में भाग लिया. यहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था.
बता दें कि रतन लाल कटारिया अंबाला से ही बीजेपी के सांसद हैं. उनको अंबाला शहर के बीजेपी विधायक असीम गोयल के साथ अनाज मंडी में एक चाय ट्रेडर की दुकान पर एक कार्यक्रम में शामिल होना था. लेकिन उनके वहां पहुंचने से पहले किसानों के ग्रुप ने कृषि कानूनों के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी.
विरोध कर रहे एक किसानों से जब पूछा गया कि वे मंत्री को यहां कार्यक्रम क्यों नहीं करने दे रहे? तो उन्होंने कहा, 'केंद्र कृषि कानूनों को वापस नहीं ले रहा. जब सरकार हमारी आवाज नहीं सुन रही है, तो हमारे पास क्या विकल्प बचा है.'
वहीं, यह पूछे जाने पर कि उन्होंने कार्यक्रम को क्यों छोड़ दिया, मंत्री कटारिया ने कहा, 'मैंने उनसे (विरोध करने वालों) से अनुरोध करने की कोशिश की, लेकिन वे सुन नहीं रहे थे.'
बाद में, कटारिया और स्थानीय विधायक असीम गोयल ने बाल्मीकि कॉलोनी और जैन सभा में दो सार्वजनिक कार्यक्रमों में भाग लिया, जहां पुलिस की तैनाती की गई थी. बता दें कि दिसंबर में भी कटारिया को किसानों के एक ग्रुप के विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा था. तब अंबाला शहर से सटे जंडली गांव में उन्हें काले झंडे दिखाए गए थे.
एजेंसी इनपुट के साथ