चंडीगढ़ के मेयर चुनाव में भाजपा ने जीत दर्ज कर ली. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी मिलकर ने इस बार मिलकर चुनाव लड़ा, लेकिन दोनों मिलकर भी बीजेपी को रोक नहीं पाए. बीजेपी उम्मीदवार हरप्रीत कौर को 19 वोट मिले और उन्हें जीत मिल गई. वहीं, AAP की मेयर प्रत्याशी प्रेमलता के पक्ष में 17 वोट पड़े.
बता दें कि चुनाव से पहले तक नंबरगेम AAP-कांग्रेस गठबंधन के पक्ष में था, लेकिन बीजेपी ने बाजी पलटते हुए जीत दर्ज कर ली. आइए आपको बताते हैं कि AAP और कांग्रेस के गठबंधन को हराने वालीं हरप्रीत कौर आखिर हैं कौन...
दो बार की बार्षद, कर्नल की बेटी
हरप्रीत कौर की उम्र 60 साल है. हरप्रीत पूर्व कांग्रेस पार्षद देविंदर सिंह बबला की पत्नी और सेना के एक सेवानिवृत्त कर्नल की बेटी हैं. हरप्रीत कौर चंडीगढ़ के सेक्टर 27-ए की निवासी हैं. वह 2 बार पार्षद रह चुकी हैं और दोनों बार रिकॉर्ड अंतर से जीती हैं.
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कांग्रेस से की राजनीति की शुरुआत
हरप्रीत कौर ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत कांग्रेस के साथ की थी और 2001 में पहली बार नगर निकाय चुनाव जीता था. 2021 में वह वार्ड नंबर-10 (सेक्टर 27-28-29) से कांग्रेस के टिकट पर नगर निगम का चुनाव जीती थीं. हरप्रीत कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी देहरादून की पूर्व छात्रा हैं.
BJP में शामिल हो गए थे पति-पत्नी
हरप्रीत ने इतिहास में स्नातक और अंग्रेजी में एमए किया है. शुरुआत में परप्रीत और उनके पति देविंदर सिंह कांग्रेस में थे. हालांकि, जनवरी 2022 में दोनों BJP में शामिल हो गए. हरप्रीत के पति देविंदर बीजेपी की चंडीगढ़ यूनिट के उपाध्यक्ष हैं.