शिरोमणि अकाली दल के सांसद सिमरनजीत सिंह मान ने हाल ही में शहीद भगत सिंह को लेकर विवादित टिप्पणी की थी. अब इस मामले में पंजाब के सीएम भगवंत मान ने पलटवार किया है. मुख्यमंत्री मान ने कहा कि किसी को भी महान शहीदों के योगदान पर सवाल उठाने का कोई अधिकार नहीं है.
एजेंसी के मुताबिक मुख्यमंत्री भगवंत मान शहीद उधम सिंह के शहादत दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में शामिल हुए थे. इस दौरान उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि शहीदों के सर्वोच्च बलिदान पर सवाल उठाए जाते हैं.
सीएम मान ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब हमारे महान नायक क्रूर ब्रिटिश शासकों के खिलाफ युद्ध लड़ रहे थे, तब कुछ देशद्रोही साम्राज्यवादी ताकतों के साथ थे. उन्होंने कहा कि यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसे देशद्रोहियों के वंशज अब शहीदों की साख पर सवाल उठा रहे हैं.
कार्यक्रम में सीएम मान ने कहा कि अंग्रेजों के अत्याचारों की प्रशंसा करने के लिए शहीदों की साख पर सवाल उठाना पाप है. इस तरह के जघन्य कृत्यों में शामिल लोग अक्षम्य अपराध कर रहे हैं. सीएम भगवंत मान ने कहा कि शहीद भगत सिंह जैसे महान शहीदों को किसी से मान्यता की आवश्यकता नहीं है. स्वतंत्रता संग्राम में उनके नाम और योगदान पर कोई भी विवाद गैर जरूरी है. सीएम ने कहा कि इन शहीदों ने देश की आजादी के लिए अपना जीवन लगा दिया था और किसी को भी स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी भूमिका पर सवाल उठाने का कोई अधिकार नहीं है.
भगवंत मान ने आरोप लगाया कि जब भगत सिंह, उधम सिंह और आजादी के दूसरे दीवाने देश के लिए लड़ रहे थे, उस समय अंग्रेजों के साथ हाथ मिलाने वाले इन लोगों से पंजाब के भले की क्या उम्मीद की जा सकती है. शहीद उधम सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस धरती के सच्चे सपूत ने 1999 के जलियांवाला बाग हत्याकांड के प्रमुख अपराधी माइकल ओ'डायर को मारकर एक वीरतापूर्ण कार्य में अनुकरणीय साहस का प्रदर्शन किया था. उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान शहीद भगत सिंह, शहीद उधम सिंह, सुखदेव, राजगुरु, शहीद करतार सिंह सराभा और अन्य महान शहीदों के अद्वितीय बलिदान को भी याद किया.
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