पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ में जेलों में बंद सिखों की रिहाई को लेकर प्रदर्शन जारी है लेकिन बुधवार को यह प्रदर्शन उग्र हो गया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प हो गई. पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ कर दी गई. पुलिस ने भी बल का प्रयोग करते हुए प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया और पानी की बौछार की.
बीते एक महीने से चल रहे कौमी इंसाफ मोर्चा का धरना अभी तक शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा था लेकिन बुधवार को यह प्रदर्शन उग्र हो गया. प्रदर्शनकारी लगभग तीन घंटे तक सड़कों पर बैठे रहे. पुलिस की ओर से प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज और पानी की बौछार के बाद गुस्से में आकर निहंग सिखों ने पुलिस की गाड़ियों पर हमला किया. पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ कर दी गई.
बीते दो दिनों से 31 सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल ने मोहाली के वाईपीएस चौक से चंडीगढ़ तक का मार्च शुरू किया और मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया. लेकिन पुलिस ने उन्हें डिटेन कर लिया. लेकिन आज इन प्रदर्शनकारियों ने चंडीगढ़ में घुसने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया और पानी की बौछार की.
एक महीने से धरने पर प्रदर्शनकारी
बता दें कि बीते कई सालों से जेलों मे बंद सिख कैदियों की रिहाई की मांग को लेकर प्रदर्शनकारी एक महीने से चंडीगढ़ की सीमा पर धरने पर बैठे हुए थे. प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांगों में सजा पूरी करने के बावजूद जेलों में बंद सिख कैदियों की रिहाई, बेअदबी मामलों में इंसाफ, आरोपियों को जल्द सजा से माफी देना शामिल है. इसके साथ-साथ बेअदबी की घटनाओं में सख्त कानून बनाने की भी मांग की जा रही है.