ममता बनर्जी के स्कूल के दिनों से लेकर राजनीतिक जीवन तक का सफर रोमांचक रहा है. छात्र राजनीति करते समय उन्होंने जय प्रकाश नारायण और मोरारजी देसाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए. इन घटनाओं ने उन्हें कांग्रेस के बड़े नेताओं की नजर में खुद को साबित करने का मौका दिया. 1984 के चुनाव में उन्होंने सोमनाथ चटर्जी जैसे दिग्गज नेता को हराया.