एसआईआर प्रक्रिया में गड़बड़ी के सबूत मीडिया में दिखाए जा रहे हैं. बिहार के सारण जिले की मिता देवी का मामला सामने आया है, जिनकी वोटर कार्ड में जन्मतिथि 1900 दर्ज है और उन्हें यह कार्ड डेढ़ महीने पहले मिला है. विपक्ष का आरोप है कि चुनाव आयोग की ओर से वोटर लिस्ट सुधारने की प्रक्रिया में खामियां हैं और यह वोट चोरी का प्रयास है.