उत्तर प्रदेश में 3 नवंबर को विधानसभा की 7 सीटों के लिए उपचुनाव होंगे, लेकिन इससे भी ज्यादा राज्यसभा चुनाव को लेकर राजनीति में रोमांचक मोड़ आ गया है. इसमें बीएसपी सुप्रीमो मायावती समाजवादी पार्टी से इतना नाराज हो गई हैं कि उनको बीजेपी का साथ पसंद आने लगा है. यूपी में 10 सीटों पर हो रहे राज्यसभा के चुनाव ने रिश्ते को और खराब कर दिया. बीजेपी के पास 395 की विधानसभा में बीजेपी के पास 306 विधायक हैं. इनमें बीजेपी ने अपने 8 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है जिनको जिताने के लिए 288 वोट चाहिए. वहीं समाजवादी पार्टी के पास 48 विधायक हैं और उसने एक उम्मीदवार रामगोपाल यादव को उतारा है जिनको जीतने के लिए 36 वोट चाहिए. बीएसपी के पास 18 विधायक हैं और उसने रामजी गौतम को मैदान में उतारा है जिनको जिताने के लिए अतिरिक्त 18 विधायक चाहिए. विपक्ष का आरोप है कि मायावती को बीजेपी का समर्थन मिल रहा है. इस बीच निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में कारोबारी प्रकाश बजाज ने पर्चा भर दिया जिनको समाजवादी पार्टी के 10 विधायकों ने प्रस्ताव दिया और बीएसपी के पांच विधायकों ने पार्टी से बगावत कर दी.