उत्तर प्रदेश में चल रहे उपचुनाव के दौरान कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. उन्नाव से सांसद रहीं अन्नू टंडन ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. बताया जा रहा है कि अन्नू टंडन समाजवादी पार्टी (सपा) में जा सकती हैं. हालांकि, अभी उन्होंने कहा कि मैंने कुछ तय नहीं किया है. मैं सोच समझकर फैसला लूंगी.
कांग्रेस हाईकमान को भेजी गई चिट्ठी में अन्नू टंडन ने आरोप लगाया कि प्रदेश नेतृत्व के साथ उनका तालमेल नहीं बैठ पा रहा है. उन्होंने कहा कि 2019 में हारना मेरे लिए इतना कष्टदायक नहीं रहा, जितना पार्टी संगठन की तबाही और उसे बिखरते हुए देखकर हुआ. प्रदेश नेतृत्व सोशल मीडिया मैनेजमेंट और व्यक्तिगत ब्रांडिंग में लीन है.
पूर्व सांसद अन्नू टंडन ने कहा कि मेरे नेक इरादों के बावजूद मेरे बारे में कुछ लोगों के द्वारा झूठा प्रचार किया जा रहा है, जो मुझे अत्यंत कष्ट का अनुभव रहा है, तकलीफ ज्यादा होती है जब नेतृत्व द्वारा उसे रोकोने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा हो. मेरी प्रियंका गांधी वाड्रा से बात हुई, लेकिन कोई हल नहीं निकल पाया.
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चिट्ठी में अन्नू टंडन ने कहा कि मैंने अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष को भेज दिया है. कार्यकर्ताओं से सलाह लेने के बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा. मैं आज जिस मुकाम पर पहुंची हूं, वह कार्यकर्ताओं की देन है. मुझे विश्वास है कि हम सब मिलकर नए बदलाव के लिए एक ताकत की तरह उभरेंगे और जनता की आवाज बनेंगे.
आपको बता दें कि अन्नू टंडन, 2009 में कांग्रेस के टिकट पर उन्नाव से सांसद बनी थीं. 2014 और 2019 का चुनाव भी अन्नू टंडन ने कांग्रेस के टिकट पर लड़ा. 2014 के चुनाव में अन्नू टंडन चौथे और 2019 के चुनाव में तीसरे नंबर पर रही थीं. बताया जा रहा है कि बांगरमऊ उपचुनाव को लेकर मतभेद के बाद अन्नू टंडन ने पार्टी छोड़ दिया है.