भाजपा ने पिछले साल यानी साल्ट लेक में ईस्टर्न जोनल कल्चरल सेंटर में धूमधाम से दुर्गा पूजा का आयोजन किया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद वर्चुअली तौर पर इसका उद्घाटन किया था. भाजपा ने राज्यभर में स्क्रीनों को लगाकर दुर्गा पूजा का आयोजन किया था. इसके लिए 1 महीने पहले से तैयारियां की गई थीं. लेकिन इस बार तस्वीर कुछ और है. 2021 विधानसभा चुनाव में भाजपा को हार मिली. ऐसे में दुर्गा पूजा पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है.
दुर्गा पूजा को एक महीने से कम समय रह गया है, लेकिन भाजपा की ओर से कोई तैयारी नहीं की गई है. ऐसे में अब सवाल उठने लगा है कि भाजपा इस साल दुर्गा पूजा करेगी भी या नहीं?
कुछ दिन पहले भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, "मैं पिछले साल पूजा में नहीं था. उस समय पूजा करने वालों में से कई आज पार्टी में नहीं भी हैं जहां तक जैसा कि मुझे पता है, अभी तक पूजा की कोई तैयारी शुरू नहीं हुई है. उन्होंने कहा, पिछली बार हमारे सांस्कृतिक सचिव ने पूजा की थी. मुझे नहीं पता कि वह इस बार ऐसा कर रहे हैं या नहीं. मैंने पिछली बार भी कहा था कि यह पार्टी का काम नहीं है. कुछ लोगों ने पिछली बार किया था, इस बार मुझे नहीं पता कि वे क्या सोच रहे हैं?
भाजपा ने बदला प्रदेश अध्यक्ष
भाजपर ने इसी हफ्ते प्रदेश अध्यक्ष बदल दिया है. दिलीप घोष की जगह बालुरघाट से सांसद सुकांत मजूमदार को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है. कुछ दिन पहले दिए गए दिलीप घोष के बयान से यह साफ हो रहा है कि भाजपा की दुर्गा पूजा पर अनिश्चितता बनी हुई है. अभी तक भाजपा ने इसके लिए कोई तैयारी नहीं की है.
वहीं, भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार की ओर से अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. वहीं, दिलीप घोष का दावा है कि जो उस वक्त टीम में थे वो आज नहीं हैं. माना जा रहा है कि घोष ने उन नेताओं पर निशाना साधा, जो भाजपा छोड़ टीएमसी में जा चुके हैं.
इनपुट- शुभम मुखर्जी