
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के बनगांव में सोमवार को मातुआ नेता और केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर के नेतृत्व में एक पिकनिक का आयोजन किया गया था. इस पिकनिक में हाल ही में पार्टी के व्हाट्सएप ग्रुप से अलग हुए सायंतन बसु और रितेश तिवारी के साथ जयप्रकाश और सुब्रत ठाकुर ने हिस्सा लिया. इससे पहले, शांतनु ठाकुर और पार्टी के तीन विधायकों ने रविवार को ही मतुआ समुदाय की एक बैठक में हिस्सा लिया था जिसमें इस पिछड़े वर्ग के 40 अन्य नेता भी शामिल थे.
दरअसल, जब से सुकांत मजूमदार ने पार्टी अध्यक्ष का पक्ष संभाला है तब से पार्टी में फूट और मनमुटाव के कई संकेत सामने आ रहे हैं. पिछले कई दिनों में पार्टी के बहुत सारे नेताओं ने पार्टी के व्हाट्सएप ग्रुप से खुद को अलग कर लिया है.

बैठक में शामिल भाजपा के तीनों विधायकों ने हाल ही में पार्टी के वाट्सऐप ग्रुप से खुद को अलग कर लिया था. रविवार को हुई मतुआ समुदाय की बैठक में शामिल कुछ नेताओं ने बताया कि बैठक में सीएए पर बातचीत हुई और इसे लागू करने के लिए आंदोलन छेड़ने की बात भी हुई. दरअसल, बीजेपी सूत्रों का कहना है कि शांतनु ठाकुर सीएए पर केंद्र के रवैए से नाराज़ हैं. CAA अभी तक लागू नहीं होने से मतुआ समुदाय का समूचा दबाव उनपर बना हुआ है. सीएए लागू नहीं होने से मतुआ समुदाय में गुस्सा बढ़ रहा है.
इसी के बाद आज पिकनिक में बीजेपी के कई असंतुष्ट नेताओं का शामिल होने के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म है. सिर्फ यही नहीं, पिकनिक के बाद शांतनु ठाकुर ने कहा कि अगर बेसुरे लोगों की संख्या ज्यादा है तो उनका पलड़ा भारी होना चाहिए. ऐसे में इतना तो पक्का है कि बंगाल बीजेपी में कुछ खिचड़ी जरूर पक रही है.
इस बीच, आज कोलकाता में बीजेपी के महामंत्री अमिताभ चक्रवर्ती के खिलाफ जगह-जगह पोस्टर लगे दिखाई दिए. पोस्टर में अमिताभ चक्रवर्ती पर प्रशांत किशोर के साथ सांठ-गांठ का आरोप लगाकर पार्टी से निकलने की मांग की गई है. बाद में पार्टी की ओर से इन पोस्टर्स को हटा लिया गया.