लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के नेता रामेश्वर प्रसाद चौरसिया ने बुधवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को अपना इस्तीफा भेज दिया है. पिछले साल हुए बिहार विधानसभा चुनाव के ठीक पहले चौरसिया ने बीजेपी को छोड़कर LJP का दामन थामा था.
बता दें कि रामेश्वर प्रसाद चौरसिया ने 2020 में LJP के टिकट पर बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ा था. हालांकि इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. चिराग पासवान को भेजे अपने इस्तीफे में चौरसिया ने विधानसभा चुनाव में LJP से टिकट देने के लिए उनका आभार जताया है.
फिलहाल, लोक जनशक्ति पार्टी से इस्तीफा देने के बाद रामेश्वर चौरसिया ने आगे की रणनीति के बारे में खुलासा नहीं किया है. लेकिन संभावना जताई जा रही है वे फिर से बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. चौरसिया के मुताबिक, वह लोक जनशक्ति पार्टी को समय नहीं दे पा रहे थे इसलिए इस्तीफा दिया है.
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने चौरसिया को टिकट नहीं दिया था. तब चिराग पासवान की पार्टी ने उन्हें टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा था. रामेश्वर चौरसिया बीजेपी उत्तर प्रदेश के सह प्रभारी भी रह चुके हैं. वह इससे पहले बीजेपी के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं.
रामेश्वर चौरसिया बीजेपी के टिकट पर नोखा विधानसभा सीट से लगातार तीन बार 2000, 2005 और 2010 में जीत चुके हैं. चौरसिया नीतीश के विरोधी नेता माने जाते हैं. 2015 का विधान चुनाव हार गए थे और इस बार उनकी नोखा सीट जेडीयू के खाते में चली गई है.