जोधपुर में राजस्थान के पंचायत आज तक कार्यक्रम में कांग्रेस नेता अजय त्रिवेदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जोधपुर दौरे पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि आखिर प्रधानमंत्री जोधपुर के दौरे पर क्यों आए थे? क्या वह फसल बीमा योजना के बारे में बात करने आए थे. उन्होंन आगे कहा कि हम तो सोच रहे थे कि प्रधानमंत्री कुछ इनोवेटिव क्रांति की बात करेंगे. लेकिन समझ नहीं आया कि प्रधानमंत्री के विजन में कोई इनोवेटिव आइडिया है या वह सिर्फ ऐसे ही दौरा करने आए थे. उन्होंने आगे कहा कि सीएम गहलोत के इनोवेशन की बात की जाए तो फैशन टेक्नोलॉजी, आयुर्वेद विश्वविद्यालय, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी से लेकर एफडीडीआई को देखा जा सकता है.
जब त्रिवेदी से पूछा गया कि अशोक गहलोत कहते हैं कि वह तो हटना चाहते हैं, लेकिन कुर्सी उन्हें छोड़ ही नहीं रही है. इस पर अजय त्रिवेदी ने कहा कहा कि इसमें सीएम गहलोत ने गलत क्या कह दिया. उन्होंने कोई असंवैधानिक बात तो नहीं कही. अगर कुर्सी उनको पकड़कर बैठी है, कुर्सी उन्हें चाहती है और प्रदेश उनको चाहता है तो इसमें गलत क्या है. इसमें अनुचित क्या है? गहलोत लोकतांत्रिक तरीके से बने हुए हैं. इसमें कोई परेशानी नहीं है. बीजेपी को समस्या इस बात से हैं कि उन्होंने राजस्थान के लोकतंत्र को मरने नहीं दिया. उन्होंने मध्य प्रदेश, गोवा, कर्नाटक में जो पिछली बार हुआ था, वो यहां नहीं होने दिया. एक सक्षम मुख्यमंत्री की तहर यानी अंगद के पैर की तरह वह जमे रहे.
इस दौरान बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री पीपी चौधरी भी चर्चा में शामिल हुए. उन्होंने कहा कि पश्चिमी राजस्थान मारवाड़ को 5900 करोड़ के शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है. जहां तक किसानों की बात है, किसानों के मामले में केंद्र सरकार ने शानदार काम किया है. फसल बीमा योजना एक ऐतिहासिक कदम है. पहले किसानों की फसल बर्बाद हो जाती थी और कोई प्रावधान नहीं था. लेकिन अब ऐसा नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि किसानों की फसल कटिंग का काम राज्य सरकार का है. लेकिन पॉलिसी फॉर्मुलेशन का बड़ा गैप देखने को मिल रहा है. चौधरी ने आगे कहा कि केंद्र सरकार तो पॉलिसी बनाती है, लेकिन इसको जमीन पर उतारना राज्य सरकार का काम है. इसके बीच जितना कम गैप होगा, उतना ही अच्छा है.
चौधरी ने आगे कहा कि पीएम के कार्यक्रम में सीएम अशोक गहलोत को भी शामिल होना चाहिए था. वह आते जोधपुर की खासियत बताते, मारवाड़ की खासियत बताते. उन्होंने कहा कि आपके (कांग्रेस) विधायक धरने पर बैठते हैं. आपके मंत्री कहते हैं कि हमने ऐसी भ्रष्ट सरकार कभी नहीं देखी. रेलवे में 2014 के पहले 630 करोड़ राजस्थान को मिलते थे. अभी इस बजट में राजस्थान को 9 हजार 600 करोड़ रुपए दिए गए हैं. मनमोहन सरकार के समय तक राजस्थान को कांग्रेस की सरकार होते हुए भी एक लाख 60 हजार करोड़ रुपए मनमोहन सरकार ने दिए. मोदी सरकार ने बिना भेदभाव किए आठ लाख 71 हजार करोड़ रुपए मोदी सरकार को दिए हैं.