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अपने भाषण में पीएम मोदी ने किया लता जी के भाई का जिक्र, कैसे कांग्रेस ने किया था उन पर जुल्म

पीएम मोदी ने राज्यसभा में भाषण देते हुए न सिर्फ कांग्रेस की आलोचना की, बल्कि गोवा और पंजाब को साधने की भी कोशिश की. उन्होंने बताया कि लता मंगेश्कर की मौत से देश दुखी है और कांग्रेस ने लता जी के भाई पर भी जुल्म किया था, जो गोवा के ही हैं. 

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अपने भाषण में पीएम मोदी ने किया लता जी के भाई का जिक्र
अपने भाषण में पीएम मोदी ने किया लता जी के भाई का जिक्र
स्टोरी हाइलाइट्स
  • लता जी के परिवार के साथ कांग्रेस ने जो किया वह भी देश को जानना चाहिए'
  • मजरूह सुल्तानपुरी और किशोर कुमार पर भी हुए जुल्म

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर अपने विचार रखे. उन्होंने कांग्रेस की नीतियों की आलोचना करते हए कांग्रेस सरकार पर लगातार हमला किया. इसी कड़ी में उन्होंने गोवा और पंजाब को साधने की भी कोशिश की. 

'गोवा की गुलामी के लिए कांग्रेस जिम्मेदार'

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में खास तौर पर गोवा का जिक्र किया. उन्होंने बताया कि गोवा को भारत की आजादी के बाद भी अगर 15 साल और गुलामी में रहना पड़ा, तो उसकी वजह कांग्रेस की सरकार ही थी. इसके लिए उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू को जिम्मेदार बताया. क्योंकि जब गोवा में सत्याग्रहियों पर विदेशियों की गोली चल रही थी तो पं. नेहरू ने कहा था कि मैं सेना नहीं भेजूंगा. उन्होंने सत्याग्रहियों की मदद करने से मना कर दिया था. उन्होंने इसे गोवा पर किया गया जुल्म बताया. 

फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन पर किया लता जी के परिवार का जिक्र

इसके बाद ही पीएम मोदी ने फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन के बारे में बात की और कहा कि हमें फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन पर भी बड़े भाषण दिए गए. यहां गोवा का फिर से जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'मैं एक घटना का जिक्र करना चाहता हूं जो गोवा के ही एक बेटे की है. उन्होंने कहा कि लताजी के निधन से आज पूरा देश दुखी है. लता जी का परिवार गोवा से है. उनके परिवार के साथ कांग्रेस ने जो किया वह भी देश को जानना चाहिए.' 

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'लता जी के भाई पर किया कांग्रेस ने जुल्म'

पीएम मोदी ने कहा, 'लता मंगेशकर के छोटे भाई पं. हृदयनाथ मंगेशकर जो गोवा की धरती के बेटे हैं, उन्हें ऑल इंडिया रेडियो से निकाल दिया गया था. उनका गुनाह बस इतना था कि उन्होंने वीर सावरकर की देशभक्ति से भरी एक कविता रेडियो पर प्रस्तुत की थी. हृदयनाथ मंगेश्कर ने एक इंटरव्यू में बताया था कि जब वह सावरकर जी से मिले और कहा कि मैं आपका गीत गाना चाहता हूं, तो सावरकर जी ने कहा था कि 'मेरी कविता गाकर क्या जेल जाना चाहते हो?'. हृदयनाथ मंगेशकर ने उनकी कविता को संगीतबद्ध किया और 8 दिन के अंदर उन्हें ऑल इंडिया रेडियो से निकाल दिया गया. 

'कांग्रेस सरकार के जुल्मों की सूची लंबी है'

पीए मोदी ने कहा, 'ये है कांग्रेस की फ्रीडम ऑफ स्पीच. कांग्रेस की सरकार में किस प्रकार जुल्म हुए ये सिर्फ हृदयनाथ मंगेशकर के साथ ही नहीं हुआ, बल्कि इसकी सूची काफी लंबी है. मजरूह सुल्तानपुरी को पं. नेहरू की आलोचना करने पर एक साल जेल में बंद किया गया था. पं नेहरू की आलोचना करने के लिए प्रोफेसर धर्मपाल को जेल में डाल दिया गया था. प्रसिद्ध संगीकार किशोर कुमार को इमरजेंसी में इंदिरा जी के आगे न झुकने के कारण, इमरजंसी के पक्ष में न बोलने के कारण उन्हें भी निकाल दिया गया था. एक विशेष परिवार के खिलाफ जब कोई थोड़ी सी भी आवाज उठाता है, तो हमें पता है कि सीताराम येचुरी येचुरी के साथ क्या हुआ था.

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