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महाराष्ट्र में सियासी ड्रामे के बीच 2019 की तरह MLA का रेस्क्यू करने वाली थीं ये NCP लीडर

राष्ट्रवादी स्टूडेंट कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया दूहन ने गोवा से शिवसेना के बागी विधायकों का रेस्क्यू ऑपरेशन करने वाली थीं. सोनिया ने ही 2019 में गुड़गांव से एनसीपी के चार विधायकों को रेस्क्यू किया था.

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गोवा पुलिस ने सोनिया दूहन को गिरफ्तार कर लिया था (सफेद टी-शर्ट में)
गोवा पुलिस ने सोनिया दूहन को गिरफ्तार कर लिया था (सफेद टी-शर्ट में)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • गोवा पुलिस ने सोनिया दूहन को कर लिया था गिरफ्तार
  • सोनिया दूहन ने ही 2019 में NCP के 4 विधायकों का किया था रेस्क्यू

जब महाराष्ट्र का राजनीतिक ड्रामा अपने चरम पर था और हर किसी की निगाह शिवसेना के बागी विधायकों पर थी, तब हरियाणा के रहने वाली 30 वर्षीय एक महिला, 2019 की तरह विधायकों के रेस्क्यू का ऑपरेशन दोहराने की कोशिश में थी. इस महिला का नाम है सोनिया दूहन और वह राष्ट्रवादी स्टूडेंट कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं.

सोनिया दूहन की ही वजह से 2019 में महाराष्ट्र में बीजेपी की सरकार बनने के बाद भी गिर गई थी. दरअसल, विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस एनसीपी के अजित पवार के साथ मिलकर सरकार बना ली थी. इस दौरान एनसीपी के चार विधायक गुड़गांव (गुरुग्राम) के होटल में रुके थे. इन्हीं चारों विधायकों का सोनिया ने रेस्क्यू किया था.

2019 के रेस्क्यू ऑपरेशन की तरह इस बार सोनिया दूहन ने शिवसेना के विधायकों का रेस्क्यू करने की कोशिश की, लेकिन मामला गड़बड़ा गया. सोनिया दूहन गोवा पहुंची थीं और डोना पाउला में होटल ताज रिज़ॉर्ट और कन्वेंशन सेंटर में चेक इन भी कर लिया था, लेकिन ऐन वक्त पर वह गिरफ्तार कर ली गईं. हालांकि दोनों को रविवार को कोर्ट से जमानत मिल गई.

सोनिया दूहन इससे पहले की शिवसेना के बागी विधायकों का रेस्क्यू करती पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया. सोनिया दूहन पर फर्जी दस्तावेजों के सहारे होटल में रुकने का आरोप लगा. हालांकि सोनिया दूहन का कहना है कि मैंने फर्जी दस्तावेज का इस्तेमाल नहीं किया है, मैं गोवा बतौर पर्यटक आई हूं और पुलिस ने मेरे साथ बदसलूकी है.

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इस बीच एनसीपी ने गोवा पुलिस के इस दावे को खारिज कर दिया कि सोनिया दूहन और उनके सहयोगी श्रेय कोठियाल ने होटल में घुसने के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया था. सोनिया दूहन ने कहा कि उनके साथ 'आतंकवादियों' की तरह व्यवहार किया गया और अधिकारियों द्वारा उन्हें परेशान किया गया.

इस पूरे मामले पर सोनिया दूहन ने बताया कि पुलिस, कमांडो और एक राजनीतिक दल के सदस्यों ने उन्हें शनिवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे होटल से उठाया. दूहन ने आरोप लगाया कि उनके साथ पुलिस और खुफिया ब्यूरो के अधिकारियों द्वारा 'आतंकवादी' की तरह व्यवहार किया गया और उससे घंटों पूछताछ की गई.

जमानत मिलने के बाद सोनिया दूहन ने ट्वीट करके कहा, 'आप मुझे धोखेबाज बतायें, जेल में डालें, सरकारी एजेंसियां पूछताछ के नाम पर परेशान करें. मैं हिंदुस्तान की बेटी हूं, शरद पवार साहब की और करोड़ों राष्ट्रवादियों की ताकत है मेरे पीछे. मैं आपकी चार दिन की सत्ता से डरने वाली नहीं. संघर्ष जारी रहेगा. सत्यमेव जयते.'

इस मामले में एनसीपी की युवा शाखा के राष्ट्रीय अध्यक्ष धीरज शर्मा ने कहा कि दोनों पर्यटक (सोनिया और श्रेय) के तौर पर गोवा में थे और बिना किसी कारण के उन्हें 'परेशान' किया गया, गोवा में भाजपा सरकार महाराष्ट्र के विधायकों को हर तरह की सुरक्षा देते हुए युवाओं को परेशान कर रही है, हमारे सहयोगियों को फंसाया गया था.

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धीरज शर्मा ने कहा, 'यह कदम युवाओं की आवाज को दबाने का एक प्रयास था, मुझे समझ में नहीं आता कि पर्यटक के रूप में यहां पहुंचे युवाओं को क्यों गिरफ्तार किया गया?' सोनिया दूहन और श्रेय को शनिवार को धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. हालांकि कोर्ट ने उन्हें रविवार को जमानत दे दी है.

 

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