क्रिसमस के मौके पर देश के कई हिस्सों में सामने आई कथित घटनाओं को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने गंभीर सवाल खड़े किए हैं. बरेली में चर्च के बाहर हनुमान चालीसा के पाठ और धार्मिक तनाव की खबरों के बीच संजय सिंह ने कहा कि ऐसी घटनाएं भारत की सांस्कृतिक छवि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नुकसान पहुंचा रही हैं.
संजय सिंह का यह बयान उत्तर प्रदेश के बरेली में सेंट अल्फॉन्सस कैथेड्रल चर्च के बाहर हुए प्रदर्शन के बाद आया है. यहां बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने चर्च के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ किया और आरोप लगाया कि चर्च में आयोजित क्रिसमस कार्यक्रम के दौरान हिंदू धर्म और समाज को आपत्तिजनक तरीके से दिखाया गया. प्रदर्शनकारी ‘जय श्री राम’ और ‘हर हर महादेव’ जैसे नारे लगाते हुए मुख्य गेट के पास बैठ गए. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची.
प्रदर्शन करीब आधे घंटे तक चला, जिसके बाद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने सिटी सर्किल ऑफिसर अशुतोष शिवम को एक ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में मांग की गई कि मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो. बजरंग दल का आरोप है कि चर्च में मंगलवार को आयोजित क्रिसमस कार्यक्रम में कुछ स्कूलों द्वारा प्रस्तुत ऑडियो-विजुअल स्किट्स में धर्मांतरण, हिंदू मंदिरों और हिंदू समाज से जुड़े मुद्दों को गलत तरीके से पेश किया गया.
इस पूरे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए संजय सिंह ने कहा, “भारत सांस्कृतिक रूप से एक मजबूत राष्ट्र है और हमें भारतीय होने पर गर्व है. लेकिन आजकल कुछ लोग दूसरे धर्म के लोगों को परेशान कर रहे हैं, उनके आयोजनों और धार्मिक कार्यक्रमों में दखल दे रहे हैं. बरेली में चर्च के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ किया गया, कहीं पादरी के साथ मारपीट की गई, कई जगहों पर सांता क्लॉज की मूर्तियां तोड़ी गईं. इससे दुनियाभर में भारत की क्या छवि बनेगी?”
संजय सिंह ने सोशल मीडिया पर भी यह मुद्दा उठाते हुए धार्मिक सहिष्णुता और आपसी सम्मान बनाए रखने की अपील की. उन्होंने कहा कि भारत की पहचान विविधता और सह-अस्तित्व से है, न कि धार्मिक टकराव से.