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कांग्रेस को कमजोर कर रहीं ममता, नया सुर बनाने की कोशिश में दीदी और मोदी: अधीर रंजन चौधरी

चुनावी मौसम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के तीखे बोल ने कांग्रेस की सिरदर्दी बढ़ा दी है. हाल ही में ममता ने एनसीपी चीफ शरद पवार से मुलाकात के बाद कहा कि अब यूपीए (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) नहीं है और इसलिए सवाल ही नहीं उठता कि यूपीए का नेता कौन होगा. बंगाल और बाकी राज्यों में टीएमसी लगातार कांग्रेस को घेर रही है. ऐसे में कांग्रेस ने भी टीएमसी पर पलटवार किया है.

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अधीर रंजन चौधरी
अधीर रंजन चौधरी
स्टोरी हाइलाइट्स
  • चौधरी बोले- नया सुर बना रहे दीदी और मोदी
  • 'नया सुर बनाने की कोशिश में दीदी और मोदी'

चुनावी मौसम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के तीखे बोल ने कांग्रेस की सिरदर्दी बढ़ा दी है. हाल ही में ममता ने एनसीपी चीफ शरद पवार से मुलाकात के बाद कहा कि अब यूपीए (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) नहीं है और इसलिए सवाल ही नहीं उठता कि यूपीए का नेता कौन होगा. बंगाल और बाकी राज्यों में टीएमसी लगातार कांग्रेस को घेर रही है. ऐसे में कांग्रेस ने भी टीएमसी पर पलटवार किया है.

लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, 'ममता बनर्जी तो कांग्रेस का हाथ कमजोर कर बीजेपी की ताकत बढ़ा रही हैं. ममता और राहुल गांधी में फर्क है. राहुल गांधी विदेश जाते हैं तो वहां हिंदुस्तान का इतिहास बताते हैं और दीदी का भतीजा (अभिषेक बनर्जी) कोयला चोरी और गाय तस्करी के पैसे जमा करने जाते हैं. वैसे भी ममता बनर्जी भाजपा के साथ सरकार में शामिल रह चुकी हैं. ऐसे में यह रिश्ता पुराना है. इस रिश्ते को ममता ताजा करने जा रही हैं, क्योंकि खुद की पार्टी और भतीजे को बचाने की कोशिश है.'

'और अभिषेक को लगा कांग्रेस सबसे बड़ी दुश्मन'

टीएमसी चीफ पर बरसते हुए अधीर रंजन ने कहा, 'जब उनके भतीजे को ईडी के दफ्तर में बुलाया गया और 9 घंटे पूछताछ हुई. ईडी के दफ्तर से निकलते ही अभिषेक को लगा कि कांग्रेस सबसे बड़ी दुश्मन है. दीदी को भी तब से लगने लगा, कांग्रेस सबसे बड़ी दुश्मन है. एक तरफ PK (प्रशांत किशोर) हैं और दूसरी तरफ दीदी हैं. दोनों मिलकर कांग्रेस को कमजोर करने और बीजेपी की ताकत बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं.' उन्होंने कहा, 'राहुल जी जरूर विदेश जाते हैं. जाना पड़ता है, सारे दुनिया में हमारा संगठन है. तो अगर हमारे संगठन का बुलावा आए तो जाना पड़ता है. राहुल पार्टी के पूर्व अध्यक्ष भी हैं. 20 अगस्त को सोनिया जी के साथ मीटिंग में 19 पार्टियों ने जो शिरकत की थी, उनमें ममता बनर्जी भी थीं. क्या फैसला किया था? सितंबर में भाजपा के खिलाफ देशभर में एकजुट होकर आंदोलन छेड़ेंगे. और अब कांग्रेस पर दीदी अटैक कर रही हैं.'

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'नया सुर बनाने की कोशिश में दीदी और मोदी'

कांग्रेस नेता ने कहा कि 'मोदी जी और दीदी मिलकर नया सुर बनाने की कोशिश कर रहे हैं. इस समय देश में भाजपा की हालत लड़खड़ा रही है और ममता बनर्जी उनकी सबसे बड़ी बैसाखी बनकर उभरने की कोशिश कर रही हैं. राहुल जी को अगर वे गाली नहीं देंगी तो मोदी जी कैसे खुश रहेंगे?  हिंदुस्तान में मोदी जी का एक ही दुश्मन है, राहुल. कोविड से लेकर चीन तक हर मुद्दे पर वे लड़ रहे हैं. हर मुद्दे पर वे बोल रहे हैं.'

अब ममता बनर्जी होंगी कांग्रेस के निशाने पर

दरअसल, ममता बनर्जी अब अलग तरीके से राजनीति कर रही हैं. देश भर में कांग्रेस के बाहर गए नेताओं को अलग- अलग राज्य में अपनी पार्टी में शामिल कर अलग से रणनीति बना रही हैं. संसद में भी तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस से अलग चलकर अपनी अलग राजनीति करने के संकेत दे चुकी है. इसको देखते हुए अब कांग्रेस भी ममता बनर्जी पर अलग-अलग मुद्दों को लेकर हमला करती रहेगी. कांग्रेस में अब रणनीति  बनी है कि कांग्रेस के बड़े नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, दिग्विजय सिंह, रणदीप सिंह सुरजेवाला भी अब ममता बनर्जी को निशाने पर लेंगे. अधीर रंजन चौधरी तो पहले ही ममता को टारगेट करते रहे हैं. हालांकि कांग्रेस हमेशा से ममता को साथ लेकर चलने की कोशिश में रही. मगर जिस ढंग से अब ममता बनर्जी अलग-अलग राज्यों में कांग्रेस से बाहर गए नेता और दूसरे विपक्षी पार्टी के नेताओं से मुलाकात कर अपनी राजनीति की नए सिरे से शुरुआत कर रही हैं, उसको देखते हुए कांग्रेस ने भी ममता को लेकर अपनी रणनीति बदल दी है.

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