नेपाल में युवाओं के आंदोलन ने भारत में राजनीतिक चर्चा छेड़ दी है. कांग्रेस, शिवसेना यूबीटी और अखिलेश यादव सहित कई नेताओं ने इस पर अपनी राय रखी है. बीजेपी के कुछ नेताओं ने भी इस आंदोलन का जिक्र किया है. अखिलेश यादव ने 'वोट की डकैती' को लेकर चेतावनी दी है.