झालावाड़ में एक स्कूल की इमारत लगभग 20 साल पहले पंचायत द्वारा बनवाई गई थी. इस इमारत की मरम्मत को लेकर पंचायती राज विभाग और शिक्षा विभाग के बीच उलझन बनी हुई थी. स्कूल की जर्जर हालत को सुधारने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया.