राजस्थान में सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर बांटे जा रहे कफ सिरप से बच्चों की जान जाने और बीमार होने का दावा किया गया है. भरतपुर में 28 सितंबर को 4 साल के गगन की तबीयत बिगड़ी और उसे वेंटिलेटर पर रखना पड़ा. सीकर में 29 सितंबर को 5 साल के नित्यांश की जान चली गई. जयपुर के सांगानेर में भी 2 साल की बच्ची की हालत बिगड़ने की खबर है.