प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के बीच लगभग 50 मिनट बैठक चली, जिसमें 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद की हलचल और पाकिस्तान की ओर से किसी भी बड़ी कार्रवाई की स्थिति में सरकार व सेना की तैयारियों पर चर्चा हुई. सीमावर्ती क्षेत्रों से स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की योजनाओं और संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाओं पर भी गृह सचिव ने प्रधानमंत्री को जानकारी दी.