संसद के मानसून सत्र के पहले दिन पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा को लेकर विपक्ष ने हंगामा किया. विपक्षी दलों ने सरकार के सामने शर्त रखी है कि लोकसभा और राज्यसभा में चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और रक्षामंत्री सदन में मौजूद रहें. विपक्ष का कहना है कि कई बार प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री या गृहमंत्री चर्चा में नहीं रहते हैं.