पहलगाम हमले की जांच एनआईए ने तेज कर दी है और एजेंसी के डीजी खुद कश्मीर में मौजूद हैं, जिन्होंने बैसरण घाटी का दौरा किया है. जांच में पता चला है कि तीन पाकिस्तानी आतंकियों को स्थानीय ओवर ग्राउंड वर्कर से मदद मिली हो सकती है, जिसने हमले के बाद भागने का रास्ता बताया था.