सूत्रों के अनुसार, जस्टिस वर्मा को हटाने के प्रस्ताव पर अब नए तरीके से प्रक्रिया शुरू होगी. पहले यह प्रस्ताव राज्यसभा में स्वीकार कर लिया गया था, लेकिन अब सूत्रों का कहना है कि 'कानून के अनुसार इसे राज्यसभा में स्वीकार नहीं किया गया है.' इस कारण अब इस प्रस्ताव का कोई महत्व नहीं रह गया है. यह प्रस्ताव विपक्ष की ओर से पेश किया गया था और इसे जगदीप धनखड़ ने स्वीकार किया था.