उत्तराखंड सरकार द्वारा स्कूलों में गीता पाठ शुरू करने के फैसले पर देश भर में बहस छिड़ गई है. विपक्ष इसे शिक्षा का भगवाकरण बता रहा है, जबकि सत्ता पक्ष इसे भारतीय ज्ञान परंपरा का हिस्सा मानता है. गीता में वर्णित वर्ण व्यवस्था और अंतर्जातीय विवाह पर भी चर्चा हुई.