बयान में कहा गया कि पाकिस्तान द्वारा भारत के साथ व्यापार बंद करने से उसे ही नुकसान है और भारत को ऐसे 'आतंकी देश' के साथ व्यापार करने में कोई रुचि नहीं है. जब तक 140 करोड़ भारतवासी देशभक्ति और राष्ट्रवाद को अपना परम धर्म नहीं मानते, तब तक ऐसी घटनाएं देश को परेशान करती रहेंगी.