सोशल मीडिया पर सिर्फ जानकारी ही नहीं, बल्कि डिजिटल लिंचिंग भी होती है. इसका एक उदाहरण गौतमबुद्ध नगर के डीएम का मामला है, जिन्हें अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट्स बंद करने पड़े हैं. उन्हें ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा क्योंकि उनके पिता भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त हैं. इस समय कुछ विपक्षी दल चुनाव आयोग पर सवाल उठा रहे हैं, और उनके परिवार को निशाना बनाया जा रहा है.