उत्तर भारत में इस साल कड़कड़ाती ठंड और बढ़ती प्रदूषण की स्थिति ने लोगों की जिंदगी को प्रभावित किया है. पहाड़ों में बर्फबारी के कारण मैदानी इलाकों में तापमान में तेज गिरावट आई है. दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता खराब हो गई है और शीतलहर के चलते सांस संबंधी दिक्कतें बढ़ रही हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि पोलर वर्टेक्स और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण इस सर्दी में ठंड और बढ़ सकती है. आने वाले महीनों में विशेष सावधानी बरतनी आवश्यक होगी.