अमेरिका इजराइल को हथियारों से मदद कर रहा है, जिसमें अब तक 800 कार्गो विमानों से हथियार पहुंचाए गए हैं. यह माना जा रहा है कि अमेरिका प्रत्यक्ष रूप से नहीं, बल्कि पीछे से अपनी ताकत झोंक रहा है. ईरान के हमले से इजराइल के रक्षा मंत्री ने इजराइल सेना को तेहरान पर हमले तेज करने को कहा है, जिससे आने वाले दिनों में ईरान का रुख और कड़ा हो सकता है.