आज तक धर्म संसद में स्वामी रामदेव ने जाति और धर्म के नाम पर हो रहे भेदभाव पर अपनी बात रखी. एक कथावाचक के साथ जाति के नाम पर हुए अभद्र व्यवहार की घटना पर चर्चा हुई. स्वामी रामदेव ने कहा कि देश को एकजुट होना चाहिए और जातियों को मिटना होगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि "ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र, दलित, आदिवासी, वनवासी, भारतवासी किसी पर भी कोई अत्याचार करेगा, अन्याय करेगा, कोई भेदभावपूर्ण व्यवहार करेगा, उसका सबसे पहला विरोध करने वाला और खाली विरोध करने वाला ही नहीं उस अत्याचार करने वाले पापी, अन्याय करने वाले को दंड दिलाने के लिए कोई पहल करने वाला होगा तो स्वामी रामदेव होगा."