पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज अपनी महत्वकांक्षी योजना 'दुआरे राशन योजना' का उद्घाटन कर दिया. इस योजना के तहत राशन डीलर राज्य के राशन कार्ड धारकों के घर जाकर राशन की डिलीवरी करेंगे. उद्घाटन के दौरान ममता ने घोषणा की है कि राशन डीलर घर के 500 मीटर के दायरे में अपनी गाड़ी लेकर जाएंगे और ग्राहकों को राशन वाहन से राशन लेना होगा. इसके लिए डीलरों को बंगाल सरकार आर्थिक सहायता करेगी जहां दो राशन कर्मचारियों की आधी तनख्वाह राज्य सरकार देगी.
'10 करोड़ लोगों को सीधा लाभ'
ममता ने इस योजना को लेकर कहा कि इससे पश्चिम बंगाल के करीब 10 करोड़ लोगों को सीधा लाभ होगा और उन्हें राशन की दुकानों पर घंटों तक लाइन में खड़े होने की कोई जरूरत नहीं होगी. मुख्यमंत्री ने कोलकाता के नेताजी इंडोर स्टेडियम में योजना की शुरुआत करते हुए कहा, ''इस 'दुआरे राशन योजना' से राज्य के 10 करोड़ लोगों को मदद मिलेगी.
'योजना से नोबेल पुरस्कार भी मिलेगा'
ममता ने कहा- मैं सभी राशन डीलर से अनुरोध करूंगी कि इसे सफल बनाएं. देश के कई राज्य पश्चिम बंगाल की योजनाओं का अनुसरण करने की कोशिश कर रहे हैं. भावनाओं में बहते हुए ममता ने यहां तक कह डाला कि इस योजना के आप लोगों को नोबेल पुरस्कार भी मिलेगा.
'खाद्य साथी: अमार राशन मोबाइल ऐप' की शुरुआत
बनर्जी ने इस साल मार्च-अप्रैल में हुए विधानसभा चुनाव से पहले इस योजना की घोषणा की थी, जिसके तहत डीलर लाभार्थियों के घर तक राशन पहुंचाएंगे. कार्यक्रम में ममता बनर्जी ने राज्य सरकार के खाद्य और आपूर्ति विभाग के लिए एक 'वॉट्सऐप चैटबॉट' और एक मोबाइल ऐप्लिकेशन, 'खाद्य साथी: अमार राशन मोबाइल ऐप' की शुरुआत भी की. इस दौरान ममता ने केंद्र पर भी निशाना साधा और कहा कि बीजेपी सिर्फ बंगाल की आलोचना करती है उन्हें असम और उत्तर प्रदेश पर ध्यान देना चाहिए.