तमिलनाड के विरुधुनगर जिले में एक पटाखा फैक्ट्री में भीषण विस्फोट हो गया, जिसमें तीन महिलाओं की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए. यह विस्फोट उस कमरे में हुआ, जहां फैंसी पटाखों के लिए केमिकल का मिक्सर और स्टॉक किया जा रहा था. विस्फोट के बाद फैक्ट्री के लगभग 10 कमरे बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए.
जानकारी के अनुसार, जिस पटाखा फैक्ट्री में धमाका हुआ, उसमें कुल 60 कमरे थे, जहां करीब 200 लोग काम कर रहे थे. ये लोग केमिकल का मिश्रण, उन्हें सुखाने और पैकिंग का काम कर रहे थे. उसी दौरान ब्लास्ट हो गया. इसमें दुर्भाग्य से कालैचेल्वी, मरियमल और तिरुवाइमोजी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि भाक्यालक्ष्मी, रामसुब्बू, लक्ष्मी और गोमती घायल हो गए हैं. घायलों को इलाज के लिए सिवाकासी सरकारी अस्पताल भेजा गया है. घायलों की स्थिति के बारे में फिलहाल पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है, लेकिन इलाज जारी है.
विस्फोट के कारणों की जांच की जा रही है, और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या यह लापरवाही या किसी तकनीकी खामी के कारण हुआ. फैक्ट्री में फैंसी पटाखे बनाए जाते थे, जिसे अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है.
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इस हादसे पर शोक व्यक्त किया है और मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं. उन्होंने मृतकों के परिवारों के लिए 4 लाख रुपये की सहायता, गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों के लिए 1 लाख रुपये और हल्की चोटों से ग्रसित व्यक्तियों के लिए 50,000 रुपये की घोषणा की है.
हादसे के बाद सरकार ने आश्वासन दिया है कि पटाखा फैक्ट्रियों में सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन कराया जाएगा, खासकर उन स्थानों पर जहां खतरनाक केमिकल्स के साथ काम किया जाता है. स्थानीय अधिकारियों ने यह भी कहा कि भविष्य में इस तरह के हादसों को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे.